Indian Railway IRCTC: वासेपुर के हुसैन ने 'रियल मैंगो' से 10 सेकेंड में उड़ाया तत्काल टिकट, रेलवे बोर्ड के निर्देश पर हुआ गिरफ्तार
IRCTC कोरोना काल में भी ट्रेनें हाउसफुल हैं और तत्काल टिकट की मारामारी है। धनबाद रेलवे स्टेशन के आरक्षित टिकट काउंटर पर सुबह से ही तत्काल के लिए कतार लग रही है। बावजूद इसके पहले नंबर पर खड़े शख्स को भी कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है।
धनबाद, जेएनएन। Indian Railway कोरोना काल में भी ट्रेनें हाउसफुल हैं और तत्काल टिकट की मारामारी है। धनबाद रेलवे स्टेशन के आरक्षित टिकट काउंटर पर सुबह से ही तत्काल के लिए कतार लग रही है। बावजूद पहले नंबर पर खड़े शख्स को भी कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। क्योंकि 10 सेकेंड में टिकट दलाल जितनी मर्जी उतनी टिकट उड़ा रहे हैं। टिकट दलाल इसके लिए 'रियल मैंगो' सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे जितना चाहें उतना टिकट 10 सेकेंड में ही उड़ा लेते हैं और यात्रियों को मुंहमांगी कीमत पर तत्काल टिकटें थमाई जाती हैं।
टिकट दलालों की इस जुगाड़ पर रेलवे ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। कोई भी टिकट दलाल अगर सॉफ्टवेयर के जरिये तत्काल टिकट की गलत तरीके से बुकिंग करता है तो इसके लिए जैसे ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाता है, उसका आईडी समेत अन्य जानकारी रेलवे को मिल जाती है। रेलवे बोर्ड से मिले डिटेल्स के आधार पर ही कार्रवाई होती है। इस मामले में भी रेलवे बोर्ड ने धनबाद आरपीएफ को दलाल का डिटेल्स भेज दिया था। इसके बाद आरपीएफ की दबिश पर वासेपुर के टिकट दलाल हुसैन अंसारी ने शनिवार को सरेंडर कर दिया।
सॉफ्टवेयर को मार चुका फॉर्मेट : हुसैन अंसारी के खिलाफ रेलवे बोर्ड नई दिल्ली ने कार्रवाई का आदेश दिया था। वासेपुर के मटकुरिया रोड में रहने वाला हुसैन रियल मैंगो सॉफ्टवेयर से तत्काल टिकट बुक करता था। सॉफ्टवेयर से मिले डाटा के आधार पर उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है। हालांकि जिस सॉफ्टवेयर की मदद से तत्काल टिकटों की बुकिंग करता था। उसे अपने लैपटॉप से फॉर्मेट मार चुका है।आरपीएफ इंस्पेक्टर अविनाश करोसिया ने बताया सरेंडर करने वाले को रेलवे कोर्ट भेज दिया गया है। कार्रवाई करने वाली टीम में सब इंस्पेक्टर केएन सिंह, राजेश कुमार, रवि शंकर यादव व सीआइबी से एएसआई संतोष सिंह व अवधेश प्रताप शामिल थे।