बेटियों की सुरक्षा को संजीदा हुई सरकार, इन विद्यालयों में बनेगी तीन बार हाजिरी
प्रधान शिक्षा सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने डीईओ और डीएसई को यह निर्देश विभागीय समीक्षा बैठक में दिया। जिले में एक-एक केजीबीवी में विज्ञान एवं वाणिज्य की पढ़ाई कराई जानी है।
धनबाद, जेएनएन। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुरक्षा को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग बेहद संजीदा है, इसीलिए इन विद्यालयों में अब दिन में तीन बार छात्रों की हाजिरी बनाने का निर्णय लिया है। सुबह साढ़े बजे, दोपहर दो बजे और रात्रि दस बजे उपस्थिति बनेगी। इसकी विस्तृत रिपोर्ट समय-समय पर शिक्षा विभाग को भी देनी है। जिले में छह केजीबीवी है। प्रधान शिक्षा सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने डीईओ और डीएसई को यह निर्देश विभागीय समीक्षा बैठक में दिया। यह भी कहा कि प्रत्येक जिले में एक-एक केजीबीवी में विज्ञान एवं वाणिज्य की पढ़ाई कराई जानी है। ऐसे केजीबीवी का नाम दें।
बैठक में मिले महत्वपूर्ण निर्देशः 2010-11 से अभी तक एमडीएम के लिए कितने चावल का उठाव हुआ और कितनी राशि का भुगतान किया गया, बताएं।
- पांच नवंबर तक बताएं कितने विद्यालयों में एलपीजी कनेक्शन मिला है, कहां नहीं मिला और कितने स्कूलों में प्रयोग हो रहा है।
- विलय होने वाले स्कूलों का नाम, उनके प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएं। इन स्कूलों का नाम यूडायस कोड से हटेगा।
- विलय होने वाले स्कूलों का नाम हटा दें।
- ऐसे पारा शिक्षक जो बायोमेट्रिक से उपस्थिति नहीं बना रहे हैं, सभी अनुपस्थित माने जाएंगे।
- हड़ताल पर जाने वाले रसोइया की जानकारी दें।
- स्कूलों में सुबह की प्रार्थना में बच्चों को बताएं कि तीसरी से 12वीं तक की पुस्तकें सुरक्षित रखें, ताकि दूसरे बच्चों के काम आ सके।