Dhanbad SNMMCH: सिलेंडर में नहीं था ऑक्सीजन, मरीज की चली गई जान...स्वजनों का हंगामा
ऑक्सीजन की कमी से शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद उनके स्वजनों ने हंगामा किया। स्वजनों का आरोप है कि मरीज को जो सिलेंडर लगाया गया उसमें ऑक्सीजन ही नहीं था।
जागरण संवाददाता, धनबाद: ऑक्सीजन की कमी से शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद उनके स्वजनों ने हंगामा किया। स्वजनों का आरोप है कि मरीज को जो सिलेंडर लगाया गया उसमें ऑक्सीजन ही नहीं था। इसकी शिकायत करने के बावजूद न तो किसी कर्मी ने ना ही किसी चिकित्सक ने सुध ली। वह भी तब जबकि मरीज की पुत्री स्वयं उसी अस्पताल में पिछले 2 वर्ष से कोविड-19 ड्यूटी में लगी हुई है।
एस एनएमएमसीएच के कोविड-19 ड्यूटी में लगी नर्स प्रतिमा कुमारी ने बताया कि उनके पिता धीरेंद्र महतो की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें एस एन एम एमसीएच में भर्ती कराया गया। पहला टेस्ट कोविड-19 नेगेटिव था। लेकिन उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। उनका पल्स डाउन हो रहा था। ऐसे में उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया। हालांकि फोन करने पर भी रात भर कोई चिकित्सक देखने नहीं आया। सुबह में उनकी मौत हो गई। धीरेंद्र महतो की पुत्री एस एनएम एमसीएच की नर्स प्रतिमा कुमारी का कहना है कि सिलेंडर में ऑक्सीजन की कमी थी। उनका यह भी आरोप है कि चिकित्सकों ने मामले को गंभीरता से लिया ही नहीं। अपने कर्मचारियों के स्वजनों से उन्हें सहानुभूति होना तो दूर बल्कि और उसे उपेक्षित ही किया जाता है। वीरेंद्र महतो बलियापुर के रहने वाले थे। उनकी मौत के बाद अस्पताल में शनिवार सुबह जमकर हंगामा किया गया। स्थिति ऐसी बन गई की भारी संख्या में अस्पताल में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। चिकित्सकों के खिलाफ स्वजनों ने मुकदमा करने की मांग की है। उन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रबंधन से उन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। हंगामा में काफी संख्या में एएनएमएमसीएच के स्वास्थकर्मी भी शामिल थे और अपने सहकर्मी का साथ दे रहे थे। इमरजेंसी वार्ड में काफी संख्या में बलियापुर के लोग जुटे हुए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से भी रोका गया है और हंगामा जारी है।