कोहरे में फंसे राजधानी के पहिए, आज भी आएगी लेट
धनबाद धनबाद आने वाली दूसरी मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें समय पर हैं। लेकिन घने कोहरे ने राजधानी एक्सप्रेस का टाइम टेबल पूरी तरह बिगाड़ दिया है। हावड़ा और सियालदह से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी कोहरे में फंसने के कारण सुबह के बजाय कभी दोपहर तो कभी दोपहर बाद पहुंच रही है।
धनबाद : धनबाद आने वाली दूसरी मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें समय पर हैं। लेकिन घने कोहरे ने राजधानी एक्सप्रेस का टाइम टेबल पूरी तरह बिगाड़ दिया है। हावड़ा और सियालदह से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी कोहरे में फंसने के कारण सुबह के बजाय कभी दोपहर तो कभी दोपहर बाद पहुंच रही है। इससे वापसी में दोनों ट्रेनों के टाइम टेबल बदल दिए जा रहे हैं। गुरुवार को दोनों राजधानी एक्सप्रेस नई दिल्ली से घंटों लेट खुली। इससे सुबह आने के बजाय दोपहर में पहुंची। सुबह 6:18 पर धनबाद आनेवाली नई दिल्ली सियालदह राजधानी एक्सप्रेस छह घंटे 21 मिनट लेट से दोपहर पौने एक पर आई। नई दिल्ली से हावड़ा जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस का धनबाद आगमन का तय समय सुबह 6:33 है। कोहरे के रास्ता रोकने की वजह से पौने छह घंटे लेट से दोपहर 12:22 पर पहुंची। दूसरी ओर शुक्रवार को नई दिल्ली लेट से पहुंचने की वजह से नई दिल्ली से सियालदह जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस नई दिल्ली से शाम 4:30 के बजाय पौने तीन घंटे लेट से शाम 7:15 पर खुली। लेट खुलने की वजह से शनिवार की सुबह लेट से ही धनबाद आएगी। जालियांवाला एक्सप्रेस रद, 17 को भी नहीं चलेगी
धनबाद : सियालदह से अमृतसर जानेवाली जालियांवाला बाग स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को फिर नहीं चली। पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन की वजह से इस ट्रेन को एक बार फिर रद कर दिया गया। सियालदह से नहीं चलने के कारण 17 जनवरी को अमृतसर से भी इस ट्रेन को रद कर दिया गया है। ट्रेन के एकाएक रद होने से पंजाब जानेवाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। पंजाब जानेवाली दूसरी ट्रेनों को पहले ही रद किए जाने की सूचना जारी कर दी गई थी। लेकिन जालियांवाला एक्सप्रेस के रद होने की सूचना पहले जारी नहीं हुई थी। 14 जनवरी की देर रात पूर्व रेलवे ने ट्विटर पर ट्रेन रद होने की सूचना जारी की। धनबाद होकर चलने वाली कोलकाता-अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस कोहरे की वजह से पूरे जनवरी तक पहले ही रद की जा चुकी है। धनबाद से फिरोजपुर जानेवाली गंगा-सतलज एक्सप्रेस के फेरे कम कर दिए गए हैं। इस वजह से जालियांवाला एक्सप्रेस की सारी सीटें फुल थीं जिसे एकाएक रद कर दिया गया।