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गांवों को पसंद नहीं शहर का कचरा, धनबाद नगर निगम को टेंशन

धनबाद शहर कचड़े के ढेर में तब्दील होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 01:01 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 10:26 PM (IST)
गांवों को पसंद नहीं शहर का कचरा, धनबाद नगर निगम को टेंशन
गांवों को पसंद नहीं शहर का कचरा, धनबाद नगर निगम को टेंशन

जागरण संवाददाता, धनबाद : धनबाद शहर कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है। साफ-सफाई के नाम पर जगह-जगह कूड़े-कचरे को उठाने के बाद जहां-तहां खुले में फेक किया जा रहा है। यह कचरा शहर की बाहरी सड़कों के दोनों तरफ देखा जा सकता है। ऐसा कचरा निस्तारण के लिए व्यवस्थित स्थान नहीं होने के कारण हो रहा है।

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धनबाद नगर निगम के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार 2010 में चुनाव हुआ था और इंदु देवी मेयर चुनी गई थीं। तबसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण की फाइल दौड़ रही है। 2015 में चुनाव के बाद चंद्रशेखर अग्रवाल मेयर चुने गए। तीन साल हो चुके हैं। अब भी स्थिति जहां की तहां है। दरअसल, ऐसी कोई जमीन ही नहीं मिल रही है जहां पर प्लांट का निर्माण किया जा सके। धनबाद जिला प्रशासन ने दक्षिणी टुंडी के राजाभीटा पंचायत के करमाटांड गांव में निगम के लिए 60 एकड़ जमीन चिह्नित की थी। लेकिन, गांव वाले इसके विरोध में खड़े हो गए। उनका कहना था कि शहर के कचड़े को गांव में जमा होने नहीं देंगे। गांव में कचरे का निस्तारण होने से यहां गंदगी और बीमारी फैलेगी। गांव के लोगों का रहना मुश्किल हो जाएगा। ग्रामीणों के विरोध के कारण करमाटांड में प्लांट निर्माण की योजना अधर में लटक गई।

कोयला मंत्री की घोषणा के बाद भी नहीं मिली जमीन : केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल नरेंद्र मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर 2016 में विकास पर्व मनाने धनबाद आए थे। मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण के लिए उनसे मिलकर जमीन की मांग की थी। इस बाबत गोयल ने कोल इंडिया और बीसीसीएल के सीएमडी को निर्देश दिया। सार्वजनिक मंच से गोयल ने जमीन देने की घोषणा की। लेकिन, आज तक बीसीसीएल ने जमीन नहीं दी।

225 करोड़ की सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना पर सरकार से मिली सहमति : धनबाद नगर निगम में 225 करोड़ की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए निगम तीन बार टेंडर निकाल चुका है। बार-बार टेंडर में हैदराबाद की कंपनी रेमकी की एकल भागीदारी हो रही है। इस मुद्दे पर शुक्रवार को रांची में नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह और मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने विचार-विमर्श किया। इस दौरान रेमकी को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण का काम देने पर सहमति बनी।

बार-बार टेंडर में एकल भागीदारी होने के कारण रेमकी को काम देने पर सरकार स्तर पर सहमति बनी है। सिंदरी में नगर निगम की 35 एकड़ जमीन है। उसी स्थान पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण किया जाएगा।

चंद्रशेखर अग्रवाल, मेयर।


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