Dhanbad News: विश्वकर्मा परियोजना से पीएन सिंह, राज सिन्हा, नेत्री रागिनी सिंह व मासस के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी की जुड़ी है प्रतिष्ठा
बीसीसीएल की बड़ी परियोजनाओं में एक धनसार कोलियरी की विश्वकर्मा परियोजना के लोडिंग पॉइंट में तीन साल से डीओ ट्रक कोयला लोडिंग का कार्य बंद है। यहां पूर्व से कार्य करने वाले छह सौ से अधिक मासस समर्थक मजदूर बेरोजगार हो गए हैं।
गोविंद नाथ शर्मा, झरिया : बीसीसीएल की बड़ी परियोजनाओं में एक धनसार कोलियरी की विश्वकर्मा परियोजना के लोडिंग पॉइंट में तीन साल से डीओ ट्रक कोयला लोडिंग का कार्य बंद है। यहां पूर्व से कार्य करने वाले छह सौ से अधिक मासस समर्थक मजदूर बेरोजगार हो गए हैं।
मैनुअल कोयला लोडिंग यहां पूरी तरह से बंद है। वहीं दूसरी ओर धनसार चानक के पास होने वाले कोयला लोडिंग के वर्षों पूर्व बंद होने से भी सैकड़ों मजदूर बैठे हुए हैं। विश्वकर्मा परियोजना लोडिंग पॉइंट में डीओ कोयला लोडिंग को चालू कराने के लिए मजदूर दो पक्षों में बट गए हैं।
मासस के मजदूरों को पूर्व विधायक अरूप चटर्जी का समर्थन है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और जनता मजदूर संघ कुंती गुट भी इनके साथ हैं। झामुमो के रमेश टुडू, जमसं व भाजपा नेत्री रागिनी सिंह का समर्थन मजदूरों को है। वहीं दूसरी ओर युवा बेरोजगार मंच के मजदूरों को भाजपा सांसद पीएन सिंह और विधायक राज सिन्हा का समर्थन है।
विश्वकर्मा परियोजना में डीओ कोयला लोडिंग कराने को लेकर भाजपा सांसद पीएन सिंह विधायक, राज सिन्हा, मासस के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी और जनता मजदूर संघ की नेत्री रागिनी सिंह की प्रतिष्ठा यहां से जुड़ी है। इसलिए इन लोगों के बीच तीन वर्षों से यहां घमासान चला आ रहा है।
कई बार प्रशासन, प्रबंधन व यूनियन के लोगों की हुई बैठक, नहीं निकला हल :
विश्कर्मा परियोजना में कोयला लोडिंग को लेकर जिला प्रशासन, प्रबंधन के साथ यूनियन के पदाधिकारियों की कई बार बैठक हुई।लेकिन कोई समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया। विश्कर्मा परियोजना में डीओ ट्रक लोडिंग कार्य शुरू कराने को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों, कुसुंडा क्षेत्र के जीएम के साथ यूनियन के नेताओं की वार्ता हुई। लेकिन दोनों पक्षों की ओर से अड़े रहने के कारण समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया। इसलिए विश्वकर्मा परियोजना लोडिंग पॉइंट में कार्य शुरू कराने को लेकर अभी भी विवाद जारी है। युवा बेरोजगार मंच के पदाधिकारी कोयला लोडिंग कार्य में अपने मजदूरों को भी रखने की वकालत कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मासस के नेता पूर्व की तरह यहां रहने वाले बस्ती के मजदूरों को रोजगार देने की मांग कर रहे हैं। झामुमो और जनता मजदूर संघ कुंती गुट के लोग मासस के साथ होकर उनका समर्थन कर रहे हैं।
विश्वकर्मा परियोजना प्रबंधन पुलिस, प्रशासन से सुरक्षा देने की कर रही है मांग :
विश्वकर्मा परियोजना प्रबंधन तीन साल बाद डीओ ट्रक में कोयला लोडिंग कराने की पहल की। बीसीसीएल की ओर से यहां छह सौ टन कोयला आवंटित किए जाने के बाद प्रबंधन कार्य चालू कराने में लगा है। इसके लिए कोलियरी के पीओ ने जिला प्रशासन से कार्य चालू कराने के लिए पुलिस और दंडाधिकारी की मांग करती रही है। लेकिन प्रशासन अभी तक गंभीर नहीं हुआ। यही कारण है कि प्रबंधन दोनों गुटों से मजदूरों को रोजगार देने के लिए अभी तक समझौता भी नहीं कर सका है। वहीं सांसद पीएन सिंह व विधायक राज सिन्हा ने प्रबंधन पर मजदूरों के साथ समझौता नहीं कर कार्य शुरू कराने का आरोप लगाया है। प्रबंधन का कहना है कि पुलिस और प्रशासन के सहयोग से ही यहां शांति पूर्वक कोयला लोडिंग का कार्य शुरू किया जाएगा।