बाघमारा कालेज संघर्ष से ऊपजी शिक्षा की जननी- शक्ति पांडेय
बाघमारा कालेज संघर्ष से ऊपजी शिक्षा की जननी है। यह बातें कालेज के 42वें स्थापना दिवस पर आयोजित दो दिवसीय समारोह का शुभारंभ करते हुए संस्थापक सदस्य शक्ति प्रसाद पांडेय ने कही। सोमवार को कालेज के यात्रा वृतांत पर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया था।
संवाद सहयोगी, बाघमारा: बाघमारा कालेज संघर्ष से ऊपजी शिक्षा की जननी है। यह बातें कालेज के 42वें स्थापना दिवस पर आयोजित दो दिवसीय समारोह का शुभारंभ करते हुए संस्थापक सदस्य शक्ति प्रसाद पांडेय ने कही। सोमवार को कालेज के यात्रा वृतांत पर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया था। इस दौरान सेवानिवृत्त शिक्षक शक्ति पांडेय ने कहा कि 1978 में बाघमारा क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के दमन के खिलाफ तैयार हुए संगठन के प्रयास से कालेज की स्थापना हुई। उस समय बाघमारा प्रखंड में हाई स्कूल से ऊपर की शिक्षा के लिए महाविद्यालय नहीं था। यहां के छात्रों को इंटर के लिए झरिया जाना पड़ता था। लड़कियों को तो इंटर करना सपना था। तब कई पंचायतों के सैकड़ों लोगों की सभा हाई स्कूल मैदान में आयोजित की गई। जिसमें कालेज की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। खानुडीह निवासी स्व. नागेश्वर पांडेय व सोमनाथ पांडेय ने 11 एकड़ भूमि दान कर कालेज निर्माण के कार्य का रास्ता साफ किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की मेहनत, लगन का परिणाम है कि आज बाघमारा कालेज ग्रामीण इलाकों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा दे रहा है। पांडेय ने कालेज के शिक्षकों को भी आपसी मतभेद भुलाकर इसके विकास के प्रति ईमानदार रहने का संदेश दिया। मौके पर जमीनदाता के स्वजन प्रो. टीपी पांडेय, चितरंजन पांडेय, प्रो एके विश्वकर्मा, प्रो. राजीव पांडेय, प्रो. बिपिन बिहारी सिंह, रामसूचित सिंह, अरुण सिंह, बबलू मिश्रा, संजय पांडेय आदि मौजूद थे। कालेज स्थापना दिवस पर मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बीबीएमकेयू के कुलपति सह उत्तरी छोटानागपुर के आयुक्त कमल जान लकड़ा, विधायक ढुलू महतो आदि मौजूद होंगे।