कोर्ट परिसर में बॉडीगार्ड ने टेबल पर चलाई लात, आक्रोशित वकील दाैड़े तो एसडीएम तेजी से खिसके Dhanbad News
अनुमंडल कार्यालय के समीप मैदान में सोमवार को बड़ा हासदा होने से टल गया। 26 जनवरी की तैयारियों को लेकर परिसर का निरीक्षण कर रहे अनुमंडल पदाधिकारी सुरेन्द्र कुुमार के बॉडीगार्ड ने वकीलों की टेबल-कुर्सी पर लात चलाई। गाली-गलौज की।
धनबाद, जेएनएन। गणतंत्र दिवस की तैयारियों के बीच सोमवार को धनबाद एसडीएम कोर्ट परिसर में थोड़ी देर के लिए तनाव उत्पन्न हो गया है। एसडीएम सुरेंद्र कुमार और अधिवक्ता आमने-सामने आ गए। लगा कि कोई बड़ी घटना घट जाएगी। हालांकि थोड़ी देर बाद स्थिति सामान्य हो गई। एसडीएम ने किसी भी तरह के दुर्व्यहार से इन्कार किया। उन्होंने अधिवक्ताओं से सहयोग मांगा। एसडीएम के कोर्ट में दोनों तरफ से बातचीत चली। तब जाकर मामला शांत हुआ।
एसडीएम के निरीक्षण के दाैरान हुआ विवाद
अनुमंडल कार्यालय के समीप मैदान में सोमवार को बड़ा हासदा होने से टल गया। 26 जनवरी की तैयारियों को लेकर परिसर का निरीक्षण कर रहे अनुमंडल पदाधिकारी सुरेन्द्र कुुमार के बॉडीगार्ड ने वकीलों की टेबल-कुर्सी पर लात चलाई। गाली-गलौज की। यह देख जब अधिवक्ता दाैड़े तो एसडीएम वाहन पर सवार होकर तेजी से निकल पड़े। अगर वह न निकलते तो बड़ी घटना हो सकती थी। इस मामले को लेकर अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। हालांकि एसडीएम ने दुर्व्यवहार की बात से पूरी तरह इन्कार किया है। उन्होंने गणतंत्र दिवस के मद्देनजर अधिवक्ताओं से सहयोग मांगा है।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने दर्ज कराया विरोध
एसडीएम की कार्यप्रणाली से आहत धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अधिवक्ता एसडीएम के कार्यालय पहुंचे। एसडीएम कार्यालय में काफी देर तक चली वार्ता के बाद माहौल शांत हुआ। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने बताया कि करीब पचास वर्षों से एसडीओ कोर्ट कैंपस में धनबाद के अधिवक्ता बैठकर वकालत करते हैं। हर वर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी को ध्वजारोहण के लिए अधिवक्ता एक दिन पहले दिन में बारह बजे तक अपनी टेलब-कुर्सी हटा लेते हैं। अधिवक्ता जिला प्रशासन का सहयोग करते हैं। सोमवार 25 जनवरी को करीब 11 बजे धनबाद के एसडीएम पहुंचे। अधिवक्ताओं का आरोप है कि की एसडीओ के कहने पर उनके गार्ड ने कोर्ट कैंपस में खाली पड़ी टेबल और कुर्सी पर लात मार उलट दिया। अधिवक्ताओं को गंदी-गंदी गाली दी। यह सब जब हो रहा था उस समय ज्यादातर अधिवक्ता अपने-अपने कोर्ट में थे। जैसे ही उन्हें जानकारी मिली वह दाैड़े। अधिवक्ताओं ने एसडीएम का विरोध किया तो वह वाहन पर सवार होकर निकल पड़े।