एनजीटी की टीम ने कोयला चोरी रोकने के लिए कापासारा में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश
कोयला चोरी रोकने के लिए कापासारा में सीसीटीवी कैमरा लगाएं अधिकारी
एनजीटी की टीम ने कोयला चोरी रोकने के लिए कापासारा में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश
मुगमा/गलफरबाड़ी : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से गठित टीम शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे ईसीएल मुगमा एरिया की कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना पहुंची। टीम का नेतृत्व कर रहे एमओईएफ राजीव रंजन ने ईसीएल मुगमा एरिया के महाप्रबंधक बीसी सिंह से पूछा कि आउटसोर्सिंग परियोजना में इतने सारे अवैध उत्खनन स्थल हैं तो इसे रोकने के लिए क्या कोई व्यवस्था नहीं है। महाप्रबंधक ने कहा कि हमारे ईसीएल मुगमा एरिया के सुरक्षा कर्मी आउटसोर्सिंग के चारों ओर मुस्तैद रहते हैं। कोयला चोर मास (भीड़) बनाकर कर आते हैं। सुरक्षा कर्मी के मना करने पर पथराव करने लगते हैं। इसके प्रमाण में निरसा थाने की पुलिस, ईसीएल मुगमा एरिया के सुरक्षा कर्मी, सीआइएसएफ के जवानों पर हुए हमले का पुराना वीडियो दिखाया।
वीडियो देखने के बाद महाप्रबंधक से पूछा गया कि आउटसोर्सिंग परियोजना में सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं लगाया गया है, ताकि कोयला चोरी करने वालों का सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर कार्यवाई की जा सके। महाप्रबंधक ने कहा कि कोयला चोर जब प्रशासन की गाड़ी को पत्थर से तोड़ देते हैं तो कैमरे तोड़ने में कितनी देर लगेगी। इस पर टीम ने कोयले की सुरक्षा के लिए आउटसोर्सिंग परियोजना को चारों ओर से घेरने व चारों ओर सीसीटीवी कैमरे जल्द से जल्द लगाने का निर्देश दिया।
राजीव रंजन ने कहा कि जिस ओर से कोयला चोरों के आने का रास्ता है उस ओर चेकनाका बना दिया जाए तो कोयला चोरी रोकी जा सकती है। इस महाप्रबंधक ने कहा कि बैरिकेड बनाया गया है फिर भी कोयला चोर बैरिकेड से न आकर आसपास के खतरनाक रास्ते से खदान में उतरते हैं। जांच टीम कापासारा आउटसोर्सिंग के चारों ओर निरीक्षण के दौरान बंगाल-बिहार के आसपास के रहने वाले ग्रामीणों से पूछा कि कुछ दिन पहले कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना में अवैध उत्खनन के दौरान कई लोगों के मरने की खबर सच है। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसी कोई घटना यहां नहीं घटी है। टीम ने महिलाओं से पूछा कि आप लोग आउटसोर्सिंग के पास ही रहती हैं तो आपको जानकारी होगी। मीडिया में खबर छपी थी कि कापासारा आउटसोर्सिंग में अवैध उत्खनन करने के दौरान कई लोगों की मौत हुई है तो महिलाओं ने भी इन्कार कर दिया। मौके पर ग्रामीण एसपी, डीडीसी, डीएमओ, महाप्रबंधक, अभिकर्ता, प्रबंधक के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
हर हाल में कोयले के अवैध खनन पर लगाएं रोक :
बसंतीमाता आउटसोर्सिंग सी पैच खुला देख भड़की टीम, अधिकारियों को फटकारा,भू-धसान प्रभावित डुमरीजोड़ व चांच कोलियरी के पुराने चानक की जांच की
संस,
पंचेत : एनजीटी की टीम ने शुक्रवार को बीसीसीएल के सीवी एरिया की बसंतीमाता आउटसोर्सिंग सी पैच में अवैध खनन के कारण मौत एवं डुमरीजोड़ भू-धसान स्थल की जांच की। सी पैच में खुला देखने पर टीम ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए डोजरिंग करने का निर्देश दिया। उसके बाद जांच टीम डुमरी जोड़ पहुंची। वरीय वैज्ञानिक राजीव रंजन ने खदान कब से चला कब बंद हुआ। वही अवैध खनन के कारण धसान की जानकारी ली। अवैध खनन नहीं हो इसके लिए लगातार निगरानी रखने की बात कही। बीसीसीएल अधिकारियों ने कहा कि चांच विक्टोरिया की खदान 1980 के दशक में ही परित्यक्त घोषित की जा चुकी है। टीम के सदस्यों ने यहां सीसीटीवी लगाने, डोजरिंग करने व बाहरी लोगों की ओर से किए जा रहे खनन पर नजर रखने को कहा। टीम ने चांच कोलियरी के पुराने चानक को देखा। चानक खुला देख भराई का आदेश दिया। इस दौरान ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन, डीडीसी, डीएमओ, एसडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार, चिरकुंडा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार, निरसा थाना प्रभारी दिलीप यादव, महाप्रबंधक पीके मिश्रा, अभिकर्ता प्रशांत बनर्जी, सेफ्टी अधिकारी डीके तिवारी, पर्यावरण अधिकारी श्रीकांत, सर्वे अधिकारी सुवेंदु राय आदि उपस्थित थे।