बीएसएस महिला कॉलेज के शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मियों को छह माह से वेतन नहीं
विवादों में रहने वाले शहर के बीएसएस महिला कॉलेज के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला है। इन कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसी परिस्थिति में शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने अब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फरियाद की है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : विवादों में रहने वाले शहर के बीएसएस महिला कॉलेज के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को पिछले छह माह से वेतन नहीं मिला है। इन कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसी परिस्थिति में शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने अब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फरियाद की है। झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिए गए पत्र में बीएसएस महिला महाविद्यालय को अंगीभूत करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री को दिए पत्र में शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बताया है कि बीते 40 वर्षों से यह महाविद्यालय संचालित है। यहां की छात्राओं ने हर स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। शिक्षण कार्य से लेकर अन्य गतिविधियों में भी कॉलेज आगे रहा है। गरीब बच्चियों को निश्शुल्क शिक्षा देने में भी कॉलेज अग्रणी है। इन सब के बावजूद भी यहां के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की हालत ठीक नहीं है। प्रो. डीके झा ने बताया कि वेतन मिले हुए छह माह बीत चुके हैं। आगे भी वेतन मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही। घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। स्थिति ऐसी है कि बेटियों की शादी के लिए भी सोचना पड़ता है। झा ने बताया कि यहां के शिक्षक और कर्मचारी कभी खुशी मन से सेवानिवृत्त नहीं होते, बल्कि रोते हुए विदा होते हैं। राज्य गठन के बाद से ही बीएसएस महिला महाविद्यालय को अंगीभूत करने का आश्वासन मिलता रहा है। वर्ष 2014 में कॉलेज को अंगीभूत करने को लेकर भी कागजातों की जांच प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वर्तमान सरकार में सभी प्रकार के कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जा रहा है। ऐसे में एक बड़ी उम्मीद झारखंड सरकार से है।