Swachh Survekshan 2021: झारखंड के चास नगर निकम को क्या हो गया ? चार वर्ष में नंबर एक से 180 रैंकिंग पर लुढ़का
चास नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। इसके साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट ड्रेनेज सिस्टम का नहीं होना है। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम ने साफ-सफाई की व्यवस्था से लेकर सामुदायिक व पब्लिक शौचालय की स्थिति का आकलन किया था।
जागरण संवाददाता, चास। स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट में चास नगर निगम को करारा झटका लगा है। एक से तीन लाख की आबादी वाले 372 शहरों में चास चार वर्षों में नंबर वन से खिसककर 180वें स्थान पर पहुंच गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण छह हजार अंकों का था, जिसमें चास को 2624 अंक मिला है। वर्ष 2017 में चास को नंबर एक स्थान प्राप्त हुआ था। इसके बाद कचरे के ढेर से स्थित बदहाल है। यह वजह रही कि वर्ष 2018 में नंबर एक 57वां, 2019 में 66वीं एवं 2020 में 157वीं रैंक मिली थी।
चास नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसके साथ ही सीवरेज ट्रीटमेंट, ड्रेनेज सिस्टम का नहीं होना है। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम ने साफ-सफाई की व्यवस्था से लेकर सामुदायिक व पब्लिक शौचालय की स्थिति का आकलन किया था। अभी तक डोर-टू-डोर कचरा का उठाव शुरू नहीं हो सका है। पब्लिक फीडबैक भी लिया गया था। सूखा व गीला कचरा का अलग-अलग उठाव कहीं से भी नहीं हो रहा है। सर्वेक्षण के दौरान सामुदायिक शौचालय बंद पाया गया था।