Sukanya Samriddhi Yojana: कन्या पूजन कर बताया सुकन्या समृद्धि योजना की महत्ता, जानें कैसे बेटियों के भविष्य को बनेगा सुरक्षित
कन्या पूजन के बाद उनके अभिभावकों को सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी दी गई। यह योजना 10 साल से कम उम्र की बेटियों की शिक्षा एवं शादी के लिए रकम जुटाने में मदद करती है। उन्हें 21 साल पूरे होने पर राशि का भुगतान किया जाता है।
धनबाद, जेएनएन। नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की अराधना के तहत नवमी के दिन कुआंरी कन्या पूजन का विधान है। इस विधान के तहत दिव्यांग बच्चों के स्कूल पहला कदम में शनिवार को नौ दिव्यांग कन्याओ की पूजा कर इनके सुनहरे भविष्य की कामना की गई। इन बच्चों के अभिभावकों को इनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना के बावत जानकारी दी गई।
कन्या पूजन के बाद मुख्य अतिथि रमा सिन्हा ने योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की बेटियों कि शिक्षा एवं शादी के लिए रकम जुटाने में मदद करती है। यह खाता खोलने के बाद बेटियों के 21 साल पूरा होने पर उन्हें राशि का भुगतान किया जाता है। बच्चियों की शादी होने के बाद भी खाता को चलाया जा सकता है। यह एकाउंट मेच्योर होता है तथा 21 साल या 18 साल के बाद उसकी शादी होने तक यह एकाउंट चलाया जा सकता है। पहला कदम स्कूल की सचिव अनिता अग्रवाल ने बताया कि पहला कदम स्कूल के सभी बच्चों का भविष्य संवारने के लिए संस्था लगातार प्रयासरत है। ऐसे बच्चे समाज में पूरे सम्मान के साथ जीवन यापन करें यही उनकी कोशिश है।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना : सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जिसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लांच किया गया है। छोटी बचत स्कीम में सुकन्या सबसे बेहतर ब्याज दर वाली योजना है। साल 2016-17 में एसएसवाई में 9.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा था जो इनकम टैक्स छूट के साथ है। इससे पहले इसमें 9.2 फीसदी तक ब्याज भी मिला है। बहुत कम रकम के साथ खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना खाता दरअसल उन परिवारों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है जो छोटी-छोटी बचत के जरिये बच्चे की शादी या उच्च शिक्षा के लिए रकम जमा करना चाहते हैं।