JAC 10th result: मजदूर मां और इडली विक्रेता पिता का बेटा बना स्कूल टॉपर
समीर एयर फोर्स की नौकरी कर देश की सेवा करना चाहता। उसने कहा कि बेहतर रिजल्ट के लिये आठ नौ घंटे नहीं बल्कि लगन से पढऩे की जरूरत है।
कुमारधुबी, जेएनएन। प्रतिभा किसी कमी का मोहताज नहीं होती। घूम घूमकर ईडली बेचने वाला पिता और मजदूर मां का बेटा समीर लाहा ने यह सच कर दिखाया है। कुमारधुबी कालीमंडा निवासी अंबेडकर हाई स्कूल चिरकुंडा का छात्र समीर स्कूल टॉपर बना है। उसने 500 में 465 अंक यानि 93 प्रतिशत अंक लाकर कुमारधुबी का नाम रोशन किया है। गणित व विज्ञान में उसे 100 में 100 अंक मिला है।
समीर एयर फोर्स की नौकरी कर देश की सेवा करना चाहता। उसने कहा कि बेहतर रिजल्ट के लिये आठ नौ घंटे नहीं बल्कि लगन से पढऩे की जरूरत है। रूटीन मेंटेन करते हुए रोजाना डेढ़ से दो घंटा पढ़ाई काफी है। वह रोजाना दो घंटा ही पढ़ाई करता था। दोस्तों के साथ स्टडी काफी जरूरी है। जिसमें उसके दोस्त शुभम पांडेय ने पूरा सहयोग किया। शुभम के पिता ओपी पांडेय ने भी मदद की। उसने कहा कि घर की आॢथक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए आठवीं के बाद सरकारी स्कूल में एडमिशन लेना पड़ा। मां ललिता लाहा अशिक्षित है। लेकिन हर मोर्चे पर खड़ी रही। आॢथक हालात को पढ़ाई में रोड़ा बनने नहीं दिया।
लाहा की सफलता पर मुखिया मनोरमा देवी ने गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। साथ ही उच्च शिक्षा में हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया। समीर ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षक बीबी झा, दोस्त शुभम पांडेय व उसके पिता को दिया है।
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