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भौंरा में अचेत अवस्था में मिली कस्तूरबा की छात्रा

जागरण संवाददाता, भौंरा: झरिया अंचल के भौंरा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में आठवीं

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 11:13 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 11:13 AM (IST)
भौंरा में अचेत अवस्था में मिली कस्तूरबा की छात्रा
भौंरा में अचेत अवस्था में मिली कस्तूरबा की छात्रा

जागरण संवाददाता, भौंरा: झरिया अंचल के भौंरा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में आठवीं कक्षा की एक छात्रा बुधवार की रात भौंरा सात नंबर स्थित हनुमान मंदिर के समीप अचेत अवस्था में मिली। भौंरा ओपी क्षेत्र में रहनेवाले छात्रा के पिता ने इसकी सूचना भौंरा ओपी को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर छात्रा को इलाज के लिए चासनाला सीएचसी भेजा।

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प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए चिकित्सक ने छात्रा को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। छात्रा की हालत देख भौंरा के लोग आक्रोशित हो गए। दर्जनों की संख्या में लोग विद्यालय पहुंचकर हंगामा किया। लोगों ने विद्यालय की वार्डन से छात्रा को बुलाने की मांग की। हॉस्टल में जब छानबीन की तो छात्रा गायब थी। लोगों ने वार्डन और गेटकीपर पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि छात्राओं की सुरक्षा और जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की है। आखिर छात्रा विद्यालय से कैसे निकली। जब छात्रा सोमवार से विद्यालय से गायब थी तो इसकी सूचना छात्रा के परिजन व स्थानीय पुलिस को क्यों नहीं दी गई? भौंरा ओपी प्रभारी चंदन कुमार भी विद्यालय पहुंचे। वार्डन से छात्रा के बारे में जानकारी ली। पीएमसीएच में इलाजरत पीड़ित छात्रा का मेडिकल कराया गया। जांच नॉर्मल होने की बात कही जा रही है।

भौंरा से गोमो कैसे पहुंची छात्रा: छात्रा के पिता निजी कार चालक हैं। बताया कि बुधवार को एक व्यक्ति ने धनबाद जाने के लिए वैन बुक किया था। शाम को जब उक्त मुहल्ले में स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे तो बेटी को अस्तव्यस्त हालत में देखा। मुझे देख कर बेटी रोने लगी। बेटी का कहना था कि सोमवार को वह विद्यालय गई थी। कुछ देर होस्टल में बिताया। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं कि होस्टल से गोमो स्टेशन कैसे पहुंची। गोमो स्टेशन में बुधवार की शाम कुछ मुसाफिरों ने मुझसे मेरा घर का पता पूछा। इसके बाद मुझे भागा जानेवाली ट्रेन में बैठा दिया। भागा से ऑटो से भौंरा पहुंची।

''छात्रा कब विद्यालय से निकली, मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। इसके पूर्व भी कई बार इस छात्रा ने विद्यालय से भागने का प्रयास किया था। छात्रा के पिता को विद्यालय बुला कर पुत्री को समझाने को कहा था। विद्यालय से निकालने की भी चेतावनी दी थी।''

- रीता कुमारी, वार्डन, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, झरिया


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