Jharkhand Assembly Election 2019:उम्र की कसाैटी पर 'डेंजर जोन' में फूलचंद, इसी कारण सिंदरी में नए दावेदार जोश में
भाजपा ने सक्रिय राजनीति के लिए 75 की आयु सीमा सख्ती से निर्धारित कर रखी है। इस पर अमल किया गया तो फूलचंद का टिकट कट सकता है। इसी कारण मंडल टिकट की कसाैटी पर डेंजर जोन में हैं।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद के बाद भाजपा नेताओं के लिए सर्वाधिक हॉट सीट सिंदरी विधानसभा क्षेत्र है। यहां से फूलचंद मंडल पार्टी के विधायक हैं। हाल के वर्षों में भाजपा ने सक्रिय राजनीति के लिए 75 वर्ष की आयु सीमा सख्ती से निर्धारित कर रखी है। इस पर अमल किया गया तो फूलचंद का टिकट कट सकता है। इसी कारण मंडल टिकट की कसाैटी पर 'डेंजर जोन' में हैं। यह देख लगभग आधा दर्जन नेता इस सीट पर नजरें गड़ाए हैं और अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं।
भाजपा विधायक फूलचंद मंडल पुराने राजनीतिज्ञ हैं। पिछली बार जीत के साथ ही उन्होंने इस सीट पर दावेदारी के लिए अपने पुत्र धरनीधर मंडल को साथ बिठा रखा है। हर कार्यक्रम में पिता-पुत्र साये की तरह साथ देखे जा रहे हैं। सेंधमारी के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए कई बार पार्टी के अंदर के प्रतिद्वंद्वियों को घुरकी भी दे चुके हैं। स्थानीय मुद्दों पर सदन के अंदर-बाहर पार्टी लाइन के बाहर भी जा चुके हैं। भाजपा सरकार रहते दो बार माडा अध्यक्ष रहे मंडल झाविमो से भी एक बार विधायक रह चुके हैं। देखना होगा कि इस बार भी उनकी विरासत कायम रहती है या नए प्रत्याशी को अवसर मिलेगा। युवा बनाम अनुभवी में भाजपा किस पर दांव लगाएगी यह देखने वाली बात होगी। पार्टी में कई नेता रांची से दिल्ली तक लॉबिंग में जुटे हुए हैं।
फूलचंद मंडल: तीन बार सिंदरी के विधायक रहे फूलचंद मंडल स्वाभाविक तौर पर दावेदारी करेंगे। वे दो बार भाजपा और एक बार झारखंड विकास मोर्चा से इस सीट पर काबिज रह चुके हैं। क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाकर दावेदारी को पुख्ता भी कर रहे हैं। हालांकि पिछले वर्षों में अपने पुत्र धरनीधर मंडल को भी प्रोजेक्ट करते रहे हैं।
इंद्रजीत महतोः जिला परिषद सदस्य हैं। पिछली बार उनकी पत्नी जिप सदस्य थीं। पार्टी ने जिला बीस सूत्री समिति का उपाध्यक्ष भी बनाया है। जातीय समीकरण में फिट बैठते हैं। चुनाव समिति के तकरीबन सभी बड़े नेताओं के समक्ष सिंदरी से अपनी दावेदारी जता चुके हैं। युवा व मासस वोटर्स को अपने पाले में करने का दावा करते हैं। इनको आगे बढ़ाने से कोयलांचल में झामुमो और मासस के कोर वोट बैंक में सेंध लग सकता है। कुर्मी जाति भाजपा के साथ गोलबंद हो सकती है।
धर्मजीत सिंहः प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धर्मजीत सिंह टाइगर फोर्स के अध्यक्ष भी हैं। बाघमारा विधायक ढुलू महतो के विश्वासपात्र हैं। युवा नेता की छवि के साथ सदस्यता अभियान में अपने प्रदर्शन से जिला समिति को भी प्रभावित किया है। फूलचंद मंडल गुट से कई बार वाकयुद्ध भी हो चुका है। ढुलू महतो भी उन्हें यहां से प्रत्याशी बनवाने की मंशा जता चुके हैं।
नंदलाल अग्रवालः हाल ही में भाजपा में शामिल हुए नंदलाल अग्रवाल भी चुनाव लडऩे की ख्वाहिश रखते हैं। नंदलाल आरएसएस के स्वयंसेवक हैं और क्रीड़ा भारती समेत संघ के अन्य संगठनों, सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। बड़े व्यवसायी और राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप संथालिया के संबंधी भी हैं।
शरत दुदानीः गोविंदपुर नागरिक समिति व पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शरत दुदानी बिहार सरकार में पूर्व मंत्री सत्यनारायण दुदानी के पुत्र हैं। फिलवक्त भाजपा में नहीं हैं लेकिन उनकी पहचान केंद्रीय स्तर के भाजपा नेताओं तक है और वे भी सक्रिय बताए जा रहे हैं। साफ छवि के दुदानी लगातार सामाजिक कार्यों के जरिए सक्रियता बनाए हुए हैं।