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Aatmanirbhar Bharat Abhiyan: चाइनीज स्टील को 'मेड इन इंडिया' की चुनाैती, चीन में पहली बार BSL से 30 हजार टन सीसी स्लैब का निर्यात

लॉकडाउन को अवसर में बदलते हुए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने पड़ोसी देश चीन को पहली बार इस्पात का निर्यात किया है। यह आर्डर बोकारो इस्पात संयंत्र ने पूरा किया है।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 11:22 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 11:22 AM (IST)
Aatmanirbhar Bharat Abhiyan: चाइनीज स्टील को 'मेड इन इंडिया' की चुनाैती, चीन में पहली बार BSL से 30 हजार टन सीसी स्लैब का निर्यात
Aatmanirbhar Bharat Abhiyan: चाइनीज स्टील को 'मेड इन इंडिया' की चुनाैती, चीन में पहली बार BSL से 30 हजार टन सीसी स्लैब का निर्यात

बोकारो, जेएनएन। Lockdown के कारण देश की मंद अर्थव्यवस्था को तेज करने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान चला रखा है। इस अभियान को एक तरह से Steel Authority of India (SAIL) ने चुनाैती के रूप में लेते हुए कोरोना संकट को अवसर में बदलने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। अब तक भारतीय इस्पात उद्योग को चाइनीज स्टील से चुनाैती मिल रही थी। यह कहना गलत न होगा कि चाइनीज स्टील के सामने भारतीय इस्पात उद्योग पूरी तरह से चरमरा गया था। अब चीन के स्टील को उसी के बाजार में चुनाैती देने का मन बना लिया है। बोकारो से पहली बार चीन में स्टील की आपूर्ति हुई है। यह बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के लिए गाैरव का क्षण है। 

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कोरोना के संक्रमण के बाद लॉकडाउन को अवसर में बदलते हुए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ने पड़ोसी देश चीन को पहली बार इस्पात का निर्यात किया है। यह आर्डर बोकारो इस्पात संयंत्र ने पूरा किया है। रविवार को बीएसएल से चीनी कंपनी को आपूर्ति के लिए 30 हजार टन सीसी स्लैब की पहली रैक को पारादीप पोर्ट के लिए रवाना किया गया। वहां से जल मार्ग से चीन को यह इस्पात भेजा जाएगा।


जेआइएसजी-3101 एसएस ग्रेड के इस इस्पात की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत है। इसका उपयोग वाहन निर्माण उद्योग, निर्माण उद्योग के साथ घरेलू उपकरण बनाने वाले उद्योगों में होता है। अब तक भारतीय इस्पात बाजार को चीन की कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही थी। बदले परिवेश में चीन को भारत से इस्पात की आपूर्ति  एक बड़ी उपलब्धि है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। अगले सप्ताह 45 हजार टन अलग-अलग श्रेणी का इस्पात वियतनाम भी भेजा जाएगा। इसी माह 30 हजार टन की एक खेप नेपाल जा चुकी है।

प्रबंधन का कहना है कि निर्यात बाजार में उपलब्ध अवसर का लाभ उठाने के लिए बोकारो इस्पात संयंत्र के कर्मी गुणवत्तापूर्ण स्टील के उत्पादन पर पूरी जान लगाए हैं। कठिन प्रतिस्पर्धा के चलते  उत्पादन लागत में कमी के प्रयास भी जारी हैं। चीन के अलावा वियतनाम, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और अन्य देशों में भी बोकारो स्टील के उत्पादों की अच्छी मांग है। जल्द ही बीएसएल से अन्य एक्सपोर्ट ऑर्डर की आपूर्ति भी होने की उम्मीद है। उत्पादन में अस्थायी रूप से कमी के बावजूद टीम बीएसएल अवसरों का सदुपयोग कर रही है।


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