SAIL: कोरोना काल में भी स्टील की चमक बरकरार, 6 हजार करोड़ का मुनाफा, सबसे बड़ी भागीदारी BSL की; चेयरमैन जारी करेंगी वित्तीय रिपोर्ट
SAIL सेल को छह हजार तो बीएसएल को 21 सौ करोड़ का मुनाफा हुआ है। यह अपने आप में महत्वपूर्ण है। कोरोना काल में मंदी के बावजूद सेल ने उत्पादन और मुनाफा दोनों मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन किया है।
बोकारो, जेएनएन। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ( SAIL) को 2020-21 के अंतिम तिमाही में लगभग पांच सौ करोड़ रुपये मुनाफा की संभावना है। जबकि कंपनी का सालाना मुनाफा छह हजार करोड़ से ज्यादा का है। इसमें सबसे बड़ी भागीदारी बोकारो इस्पात संयंत्र की है। बीएसएल ने साल 2020-21 में 21 सौ करोड़ रुपये का मुनाफा अर्जित की है, जबकि राउरकेला इस्पात संयंत्र को 19 सौ करोड़ का फायदा हुआ है। इससे प्रबंधन की चिंता अभी से ही काफी कम हो गई है। कंपनी का वार्षिक वित्तीय परिणाम सेल चेयरमैन सोमा मंडल 10 जून को जारी करेंगी। बतौर चेयरमैन रहते सोमा मंडल पहली बार कंपनी का वार्षिक वित्तीय परिणाम जारी करेंगी।
बोकारो-राउरकेला का बेहतर प्रदर्शन
सेल के अंतिम तिमाही जनवरी-मार्च में राउरकेला व बोकारो इस्पात संयंत्र सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए सौ फीसद उत्पादन को पूरा किया है। जबकि अन्य इकाई में भिलाई इस्पात संयंत्र 80 फीसद, दुर्गापुर 94 फीसद उत्पादन के लक्ष्य को हासिल की है। इस्को-बर्नपुर स्टील प्लांट भी तीसरे तिमाही की अपेक्षा अंतिम तिमाही में से 70 से 75 फीसद उत्पादन में बढ़ोतरी की है। सालाना लाभ की बात करे तो भिलाई इस्पात संयंत्र को मात्र पांच से छह छह सौ करोड़ का मुनाफा होने की संभावना है। जबकि सेल के माइंस यूनिट को एक हजार करोड़ से ज्यादा का लाभ कर पूर्व होगा।
50 फीसद उत्पादन के बावजूद सेल ने अर्जित किया मुनाफा
कोरोना काल में देशव्यापी लॉकडाउन के चलते पचास फीसद उत्पादन के बावजूद सेल का मुनाफा में आना कंपनी प्रबंधन के बेहतर नेतृत्व के साथ संयंत्रकर्मियों के टीम वर्क की कार्यशैेली को दर्शाता है। मालूम हो की कंपनी को पहली तिमाही अप्रैल से जून माह में 1270.27 करोड़ का घाटा हुआ था। बावजूद इसके दूसरे, तीसरे व अंतिम तिमाही में सेल की सभी छोटी-बड़ी इकाई बेहतर उत्पादन के साथ अच्छा कारोबार कर बाजार में फिर से अपनी पैठ बना ली है। इसका नतीजा भी सामने आ रहा है। सेल ने 31 मार्च 2021 को अपने पूर्व के कर्ज 51481 करोड़ रुपये को पाटते हुए 35330 करोड़ रुपये कर ली है। यानी सेल का सालाना कर्ज 16150 करोड़ रुपये अब कम हो गया ।