India Railway: धनबाद रेलवे स्टेशन पर अचानक छाया अंधेरा, स्टेशन मास्टरों ने रात्रि भत्ता के लिए मोमबत्ती जलाकर किया विरोध
India Railway रात्रि पाली में ड्यूटी करने वाले स्टेशन मास्टरों ने गुरुवार की रात अपने दफ्तर की लाइट बुझा दी और रात्रि भत्ता के लिए मोमबत्ती जलाकर विरोध किया। धनबाद रेल मंडल के धनबाद गोमो समेत सभी स्टेशनों पर काम करनेवाले स्टेशन मास्टर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
धनबाद, जेएनएन। India Railway गुरुवार की शाम साढे सात बजे धनबाद रेलवे मंडल के तमाम रेलवे स्टेशनों पर अंधेरा छा गया। इससे ट्रेन के इंतजार में बैठे यात्री परेशान हो गए। तभी स्टेशन मास्टर अपने दफ्तर के अंदर से जलती हुई मोमबत्ती लेकर निकले। तब जाकर यात्रियों के हल्क में जान आई। दरअसल, रात्रि पाली में ड्यूटी करने वाले स्टेशन मास्टरों ने गुरुवार की रात अपने दफ्तर की लाइट बुझा दी और रात्रि भत्ता के लिए मोमबत्ती जलाकर विरोध किया।
धनबाद रेल मंडल के धनबाद, गोमो समेत सभी स्टेशनों पर काम करने वाले स्टेशन मास्टर इस अनूठे विरोध में शामिल हुए। मतारी, कतरास जैसे कई छोटे स्टेशनों पर तो सारी लाइटें बंद कर दी गईं। जिससे स्टेशन परिसर में अंधेरा छा गया। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के धनबाद मंडल अध्यक्ष रमेश महतो ने बताया कि रात्रि भत्ता के लिए सीलिंग की सीमा 43,600 तय किया गया है। भत्ते का हकदार वही होंगे जिनका मूल वेतन 43600 है। इस फैसले से भारतीय रेल के 39 हजार स्टेशन मास्टर प्रभावित होंगे। मोमबत्ती जलाकर इसी का विरोध किया गया।
रमेश महतो ने बताया कि अगले चरण में 20 अक्टूबर से स्टेशन मास्टर काला सप्ताह मनाएंगे। रेल सेवा को प्रभावित किए बगैर ही काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। इसके बाद भी आदेश वापस नहीं हुआ तो 31 अक्टूबर को ऑन ड्यूटी एवं ऑफ ड्यूटी स्टेशन मास्टर 12 घंटे की भूख हड़ताल पर रहेंगे। धनबाद स्टेशन प्रबंधक रत्नेश कुमार, मंडल सचिव गौरी शंकर सिंह, मंडल वित्त सचिव ई आलम, एमके गुप्ता, शंभू शंकर, विकास कुमार की सक्रिय भागीदारी रही।