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ECR ने रेल यात्रियों को दी बड़ी राहत, 148 ट्रेनों का स्पेशल स्टेटस समाप्त; जानें कितना कम हुआ किराया

Indian Railways IRCTC पूर्व मध्य रेलवे में अपने जोन के अधीन 148 ट्रेनों को पहले की तरह सामान्य किराया और उनके पुराने नंबर से चलाने की घोषणा कर दी। मौर्य और गंगा दामोदर जैसी ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग पहले की तरह सामान्य किराए पर शुरू हो गई है।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 09:56 AM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 10:00 AM (IST)
पूर्व मध्य रेलवे में कोरोना से पहले की तरह ट्रेनों का परिचालन ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को अब ज्यादा किराया नहीं चुकाना होगा। रविवार से ट्रेनों में होने वाली टिकटों की अग्रिम बुकिंग सामान्य किराए पर ही होगी। त्योहार स्पेशल का टैग हटते ही अब धनबाद से पटना जाने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस के यात्रियों को स्लीपर में 95 और थर्ड एसी में 265 रुपये कम चुकाने होंगे। किराए में बदलाव की व्यवस्था शनिवार से ही प्रभावी हो गई। शुक्रवार को रेलवे बोर्ड से जारी पत्र के बाद शनिवार को पूर्व मध्य रेलवे में इस जोन के अधीन चलने वाली 148 ट्रेनों को पहले की तरह सामान्य किराया और उनके पुराने नंबर से चलाने की घोषणा कर दी। मौर्य और गंगा दामोदर जैसी ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग पहले की तरह सामान्य किराए पर शुरू हो गई है। इस बदलाव से 30 फीसद तक किराया कम हो जाएगा।

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  • गंगा दामोदर एक्सप्रेस के स्लीपर में 295 के बजाए अब 205 रुपये, थर्ड एसी में 770 के बजाए अब 505 रुपये, सेकंड एसी में 1050 के बजाय 710 रुपये चुकाने होंगे।
  • कोल्फील्ड एक्सप्रेस में धनबाद से हावड़ा के लिए 145 के बजाय अब 125 रुपये, एसी चेयर कार में 555 के बदले में 455 रुपये चुकाने होंगे।

30 फीसदी तक ज्यादा देना पड़ रहा था किराया

रेल मंत्रालय ने स्पेशल ट्रेनों का परिचालन बंद करने और नियमित ट्रेनों को बहाल करने का फैसला किया है। इससे यात्रियों को किराए पर राहत मिलेगी। कोरोना काल में यात्रियों को सफर के लिए 30 फीसदी ज्यादा किराया देना पड़ रहा था। लेकिन रेल यात्रियों को कोरोना काल से पूर्व में मिलने वाली कई सुविधाएं नहीं मिलेंगी। कोविड-19 महामारी के कारण देश में 22 मार्च 2020 से ट्रेन सेवा अस्थाई तौर पर रोक दी गई थी। रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ। हालांकि इस दौरान ट्रेन से माल की आवाजाही चालू रही, केवल यात्री ट्रेनें बंद हुईं। इसके बाद मई 2020 से पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और बाद में स्पेशल ट्रेनों के रूप में भारतीय रेल ने फिर से दौड़ना शुरू किया। रेगुलर ट्रेनों के नंबर में बदलाव कर उन्हें स्पेशल ट्रेनों के रूप में संचालित किया गया। इन ट्रेनों में नॉर्मल से 30 फीसद तक ज्यादा किराया वसूला जा रहा था।

यह होगा फायदा

कोरोना काल में रेग्युलर ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया जा रहा था। ट्रेन नंबर से पहले जीरो (०) लगाकर इन्हें स्पेशल ट्रेन के तौर पर चलाया जा रहा था। रेलवे के ताजा फैसले का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि रेल यात्रियों को अब यात्रा के लिए अतिरिक्त किराया नहीं चुकाना होगा। स्पेशल का दर्जा होने के कारण यात्रियों से ज्यादा किराया वसूला जा रहा है। सामान्य होते ही ट्रेनों का किराया कम हो जाएगा। यह बड़ी राहत की बात है।

पहले से बुक टिकटों पर फायदा नहीं

रेलवे के सर्कुलर में कहा गया है कि एडवांस में बुक हो चुकीं टिकटों पर रेलवे की ओर से न ही कोई अतिरिक्त किराया वसूल किया जाएगा और न ही कोई पैसा वापस किया जाएगा। रेलवे का यह भी कहना है कि भले ही स्पेशल किराया खत्म किया जा रहा है लेकिन ट्रेनों का किराया प्री-कोविड लेवल पर ही रहेगा। पहले की तरह कंबल, कंसेशन और पैंट्री की सुविधा बहाल नहीं होगी।

ट्रेनों में भोजन व्यवस्था में बदलाव नहीं

ट्रेनों के नियमित परिचालन के बावजूद राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी पैंट्री में कोरोना काल वाली स्थिति रहेगी। यानी ताजा खाना नहीं मिलेगा बल्कि रेडी टु ईट फूड मिलेगा। कोरोना के दौर में 'रेडी टू ईट' की ही व्यवस्था चल रही है लेकिन इसे लेकर शिकायतें आ रही हैं। कीमत से लेकर क्वालिटी को लेकर यात्री शिकायत कर रहे हैं। यात्री 'रेडी टू ईट' फूड को लेकर बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे थे।


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