कुछ चीजें बुजुर्गो के सानिध्य में ही मिलती हैं : हरि मंगल
संस चासनाला हर चीज गूगल पर नहीं मिल सकती है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो सिर्फ बड़े बुज
संस, चासनाला : हर चीज गूगल पर नहीं मिल सकती है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो सिर्फ बड़े बुजुर्गों के सानिध्य में ही मिल सकती है। यदि आज का युवा पीढ़ी बुजुर्गों के मार्गदर्शन व बुद्धि लेकर चले तो उसे संसार में कहीं असफलता छू भी नहीं सकती है, क्योंकि बुजुर्गों के पास अनुभवों का भंडार भरा होता है। उक्त बातें उत्तर प्रदेश अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक हरि मंगल पराशर ने भौंरा गौरखूंटी में चल रहे श्रीश्री मारुति नंदन संकट मोचन महायज्ञ के चौथे दिन सोमवार को श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कही। उन्होंने भगवान के नाम की महिमा का वर्णन किया। कहा कि जिस प्रकार बिजली की तार को जाने या अनजाने में पकड़ने से करंट लगता है। आग को छूने से जलता है। विषपान करने से मृत्यु होती है। ठीक उसी प्रकार भगवान का नाम भी जाने-अनजाने में मनुष्य लें तो उसका कल्याण होता है। मनुष्य को परमात्मा से कोई न कोई संबंध जरूर बना लेना चाहिए। संबंध जोड़ेंगे तो कल्याण ही होगा। कथा के दौरान भगवान श्रीराम जन्मोत्सव, पुष्प वाटिका कथा, जनक नंदिनी माता सीता प्रभु श्रीराम विवाह व कारागार में वासुदेव व देवकी के श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का संगीतमय वर्णन किया। सोहर व बधाइयां गीत नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की .. आज नंद द्वारे बधाइयां .. लाला जन्म सुन आई यशोदा मैया दे दो बधाई .. पर श्रद्धालु भक्ति में झूमने लगे। अयोध्या धाम से पधारी अंतराष्ट्रीय कथा व्यास देवी राधिका प्रियंवदा ने प्रवचन में कहा कि अपनी उम्र को अपने परमात्मा को पाने के लिए बाधक न बनाएं। बच्चों में सत्य मार्ग, सत्कर्म और धर्म का पाठ पढ़ाकर परमात्मा की भक्ति जागृत करें। जहां विश्वास है वहीं संबंध है। जहां विश्वास और संबंध दोनों है वहीं समर्पण है। महायज्ञ के चौथे दिन यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। परिक्रमा, पूजन, आरती कर श्रद्धालुओं ने यज्ञाधीश बाल योगी महंत परशुराम दास महाराज महात्यागी से आशीर्वाद लिया।