जिले में अब तक 6.3 फीसद ही हो पाया घर-घर सर्वे
सरकारी स्कूलों में नामांकन लेकर पढ़ाई छोड़ने या स्कूल तक नहीं पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं के घर-घर सर्वे की रफ्तार काफी धीमी गति से चल रही है।
धनबाद : सरकारी स्कूलों में नामांकन लेकर पढ़ाई छोड़ने या स्कूल तक नहीं पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं के घर-घर सर्वे की रफ्तार काफी धीमी गति से चल रही है। इस बात की अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में अब तक 6.3 फीसद सर्वे ही हो पाया है। आंकड़ों में समझें तो पूरे जिले में चार लाख 35 हजार 538 घरों का सर्वे किया जाना है। इनमें से अब तक 27 हजार 482 घरों का ही हाउस होल्ड सर्वे हो पाया है। 5141 घरों के सर्वे को मंजूरी मिल गई है, जबकि 37 घरों के सर्वे को निरस्त कर दिया गया है। अब घर-घर सर्वे की रफ्तार पर मुख्यालय ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस कार्य में तेजी लाकर जल्द से जल्द पूरा कर अवगत कराएं। वहीं डीईओ और डीएसई ने सभी प्रखंडों को सर्वे कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। डहर एप पर रखा जाएगा हिसाब :
सरकारी स्कूलों में नामांकन लेकर पढ़ाई छोड़ देने या अन्य किसी कारण से स्कूल तक नहीं पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं का डहर (डिजिटल एप्लीकेशन फार हास्टिक एक्शन प्लान एंड रिव्यू) एप पर हिसाब रखा जाएगा। डहर एप से आउट आफ स्कूल बच्चों के संबंध में स्कूल के पोषक क्षेत्र से लेकर वार्ड, यू डायस कोड समेत अन्य जानकारी आनलाइन मिलेगी। बच्चों को पांच वर्गों में बांटा गया :
बच्चों को पांच कैटेगरी में बांटा गया है। तीन वर्ष से लेकर 17 वर्ष से अधिक के छात्र-छात्राओं की जानकारी रहेगी। अब तक शिक्षक बच्चों के लिए विद्यालय स्तर पर शिशु पंजी रजिस्टर में तैयार करते थे, लेकिन अब पूरी प्रक्रिया को आनलाइन कर दिया गया है। इसके लिए डहर एप बनाया गया है। इस एप में शिक्षकों को अपने पोषक क्षेत्र में आवंटित हाउस होल्ड सर्वे और बच्चों के संबंध में आनलाइन इंट्री करनी होगी। इसका उद्देश्य है कि प्रखंड से लेकर जिला व राज्यस्तरीय अधिकारी एक क्लिक में सभी जानकारी प्राप्त कर सकें।