इस माैसम में बच्चों में बढ़ रही यह बीमारी, SNMMCH में की जा रही विशेष निगरानी
डा. अविनाश ने बताया कि बच्चे लगातार बुखार लूज मोशन कमजोरी और शरीर पर चकत्ते की शिकायत लेकर आ रहे हैं। 10 से 15 दिनों के बीच में ही बच्चे काफी कमजोर हो जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि सभी बच्चे कोरोना से संक्रमित हैं।
मोहन गोप, धनबाद। वासेपुर की रहने वाली 7 वर्षीय (तबस्सुम, बदला हुआ नाम) 15 दिन से बुखार से पीड़ित थी। बुखार की दवा देने के बावजूद शरीर में कंपकपी हो रही थी। बुखार के साथ ही पूरे शरीर में चकत्ते और लूज मोशन भी हो रहे थे। पूरे 15 दिनों तक एसएनएमएमसीएच के चिकित्सकों ने विशेष निगरानी की। इसके बाद बच्ची स्वस्थ होकर अपने घर के लिए डिस्चार्ज की गई। दरअसल, कोयलांचल में तेजी से बच्चे बुखार और लूज मोशन के शिकार हो रहे हैं। एसएनएमएमसीएच के शिशु रोग विभाग की मानें तो जुलाई से अभी तक लगभग 40 बच्चे भर्ती हुए हैं, इनकी उम्र 5 वर्ष से लेकर 14 वर्ष के बीच की है। फिलहाल यह सभी बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। इसके बावजूद हर दिन दो से तीन बच्चे बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं। शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अविनाश कुमार बताते हैं कि कई बच्चे कोविड-19 बाद नेगेटिव आ रहे हैं, लेकिन ऐसे बच्चों को विशेष निगरानी के तहत इलाज किया जा रहा है और कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है।
लगातार बुखार, लूज मोशन और शरीर में चक्के से परेशानी
डा. अविनाश ने बताया कि बच्चे लगातार बुखार, लूज मोशन, कमजोरी और शरीर पर चकत्ते की शिकायत लेकर आ रहे हैं। 10 से 15 दिनों के बीच में ही बच्चे काफी कमजोर हो जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि सभी बच्चे कोरोना से संक्रमित हैं। अभी बच्चों में जो लक्षण पाए जा रहे हैं, उसमें बच्चे कोरोना से संक्रमित नहीं हो रहे हैं, लेकिन उनके मिलते जुलते लक्षण दिख रहे हैं। ऐसे में इस तरह के बच्चों को विशेष निगरानी के तहत इलाज किया जा रहा है।
एक महीने में अब तक 13 बच्चे संक्रमित, एक बच्चे की हालत खराब
जुलाई में 13 बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि यह बच्चे इलाज होकर अपने घर लौट गए हैं। एसएनएमएमसीएच के कैथल में भर्ती 17 वर्षीय बच्ची की हालत फिलहाल काफी गंभीर बनी हुई है। बच्ची दिव्यांग हैं। बच्ची कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गई है। कैथ लैब में चिकित्सकों की टीम लगातार बच्ची पर निगरानी कर रही है।
- बच्चों में मिल रहे यह लक्षण
- कमजोरी होना
- उल्टी होना
- लगातार बुखार रहना
- पेट में दर्द
- शरीर पर चकत्ते अथवा लाल दाने होना
- आंखों में जलन होना
- शरीर में ऐंठन होना
- इन बातों का रखें ख्याल
- यदि घर में कोई बड़े संक्रमित हुए हैं, तो बच्चे के संपर्क में नहीं आए
- खानपान एक थाली में नहीं करके अलग अलग करें
- लगातार बुखार रहने पर चिकित्सक से जरूर दिखाएं
बच्चों में बुखार की शिकायत आ रही है। हर दिन 2 से 3 बच्चे अस्पताल आ रहे हैं। सभी बच्चों की कोरोना वायरस की जांच कराई जा रही है। एक राहत की बात यह है कि यह बुखार से कोई दूसरा सीधे संक्रमित नहीं हो रहा है।
-डा. अविनाश कुमार, विभागाध्यक्ष शिशु रोग विभाग पीएमसीएच