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आयुष्मान भारत के तहत SNMMCH का बेहतर काम की वजह से राज्य में दूसरा स्थान मिला

आयुष्मान भारत के तहत एसएनएमएमसीएच का बेहतर काम की वजह से राज्य में दूसरा स्थान मिला है। रांची रिम्स के बाद एसएनएमएमसीएच का स्थान आने के बाद अधिकारी और कर्मचारियों ने खुशी जताई है वहीं जिला प्रशासन ने भी आयुष्मान भारत के तहत एसएनएमएमसीएच को सम्मानित किया है।

By Atul SinghEdited By: Published: Tue, 17 Aug 2021 09:58 AM (IST)Updated: Tue, 17 Aug 2021 09:58 AM (IST)
आयुष्मान भारत के तहत SNMMCH का बेहतर काम की वजह से राज्य में दूसरा स्थान मिला
आयुष्मान भारत के तहत एसएनएमएमसीएच का बेहतर काम की वजह से राज्य में दूसरा स्थान मिला है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता धनबाद: आयुष्मान भारत के तहत एसएनएमएमसीएच का बेहतर काम की वजह से राज्य में दूसरा स्थान मिला है। रांची रिम्स के बाद एसएनएमएमसीएच का स्थान आने के बाद अधिकारी और कर्मचारियों ने खुशी जताई है वहीं जिला प्रशासन ने भी आयुष्मान भारत के तहत एसएनएमएमसीएच को सम्मानित किया है। आयुष्मान भारत के तहत यहां अब तक 20 हजारसे अधिक लोगों का इलाज हो चुका है। अभी तक डॉक्टर अरुण कुमार वर्णवाल कि अस्पताल में पहले की तुलना अब काफी संख्या में आयुष्मान के लाभुक आ रहे हैं। आयुष्मान के तहत दवा दुकानों से अलग से करार किया गयाा है। ताकि यहां आनेेे वाले मरीजों को कोई परेशानीी का सामना करना पड़े।

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अब तक डेढ़ करोड़ रुपए का इलाज

एसएनएमएमसीएच में अब तक गरीब मरीजों को आयुष्मान भारत के तहत डेढ़ करोड़ रुपए का इलाज किया गया है। अधीक्षक ने बताया अस्पताल में इसके लिए अलग से आयुष्मान केंद्र बनाए गए हैं। जहां पर 24 घंटे कर्मचारी कार्यरत हैं। आयुष्मान कार्ड धारी को यहां आकर अपना कार्ड देना होता है। इसके बाद मरीज को संबंधित विभाग भेज कर उसका कागज बनाया जाता है। और तत्काल इलाज की व्यवस्था शुरू कर दी जाती है। पहले सबसे ज्यादा मरीज हड्डी एवं नस रोग विभाग में आते थे। लेकिन अब सबसे ज्यादा मरीज मेडिसिन विभाग में आ रहे हैं। इसके बाद स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के लिए आ रहे हैं।

नई बीमारियों को भी जोड़ा गया

आयुष्मान भारत में अब तक 1408 बीमारियों को शामिल किया गया था। लेकिन अब हर दिन नई बीमारियों को इसमें जोड़ा जा रहा है। अब केंद्र सरकार ने सांप काटने, कुत्ता काटने जैसे सामान्य मामलों को भी आयुष्मान भारत से जोड़ दिया है। ताकि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को भी इसके तहत समय कोई इलाज हो पाए। एसएनएमएमसीएच में भी अलग से कुत्ता और सांप काटने वाली दवा उपलब्ध उपलब्ध कराई गई है, ताकि आपातकाल में आने वाले मरीजों को इसे दिया जा सके।


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