एसएनएमएमसीएच के कर्मचारियों ने कोरोना के नोडल पदाधिकारी से ही मांगी दो हजार रुपये रिश्वत; जानिए पूरा मामला
डा. राजकुमार सिंह शनिवार की सुबह 8 बजे मोटरसाइकिल से पीजी ब्लाक पहुंचे। यहां शिकायत करने वाले मरीज के भाई बनकर वह वार्ड के अंदर गए। यहां पर एक कंप्यूटर आपरेटर और सफाई कर्मी मिले। मरीज के स्वजन से 2000 रुपए की मांग की थी।
मोहन गोप, धनबाद। पीजी ब्लाक कोविड सेंटर में होम आइसोलेशन के नाम पर पैसे मांगने वाले दो आउटसोर्सिंग शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की बिछाए जाल में फंस गए। शनिवार को बारामुड़ी के रहने वाले एक युवक से होम आइसोलेशन के नाम पर पीजी ब्लाक के दो कर्मचारी पैसे मांगने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की थी। इसके बाद जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डा. राजकुमार सिंह ने मरीज के भाई बनकर कोविड वार्ड पहुंचे। वार्ड पहुंचने पर टोपी और चेहरे पर मास्क लगा रखा था। कर्मचारी भी उन्हें पहचान नहीं पाए। इसके बाद दो कर्मचारियों को पकड़ा गया। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। पकड़े गए दोनों कर्मचारियों पर आपदा प्रबंधन विभाग के तहत केस किया जाएगा। इसकी तैयारी में विभाग जुट गया है। एक कर्मचारी कंप्यूटर आपरेटर हैं और एक सफाई कर्मी। दोनों यहां आउटसोर्सिंग पर कार्यरत हैं।
मोटरसाइकिल से पहुंचे डा. राजकुमार, 1700 में फाइनल हुई बात
डा. राजकुमार सिंह शनिवार की सुबह 8 बजे मोटरसाइकिल से पीजी ब्लाक पहुंचे। यहां शिकायत करने वाले मरीज के भाई बनकर वह वार्ड के अंदर गए। यहां पर एक कंप्यूटर आपरेटर और सफाई कर्मी मिले। मरीज के स्वजन से 2000 रुपए की मांग की थी। डा. राजकुमार ने अपने पॉकेट से दो हजार रुपए निकाला। कुछ मान मनौव्वल के बाद 1700 रुपए पर बात फिक्स हुई। इसके बाद डा. राजकुमार सिंह ने अपना मास्क और टोपी हटा लिया। डा. राजकुमार सिंह को पहचानते ही कर्मियों के होश उड़ गए। वार्ड में रह रहे कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई।
वार्ड के गेट को डा. राजकुमार ने लगवाया ताला
कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। डा. राजकुमार ने दोनों कर्मियों के हाथ पकड़ लिए। उनके साथ आए कॉमेडी के प्रभारी डा. मासूम आलम उन्होंने वार्ड के सभी गेट पर ताला लगाने को कहा ताकि आरोपी कर्मचारी भागे नहीं। इसके बाद आरोपी दोनों कर्मचारी को वह ऊपर तले से नीचे लेकर आए। कर्मचारी बार-बार हाथ पर जोड़ने लगे। दोबारा ऐसी गलती नहीं करने को कहने लगे।
दोनों कर्मचारियों से लिया गया लिखित बयान
दोनों कर्मचारियों से अधिकारियों ने लिखित बयान लिया। कर्मचारियों ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी घटना नहीं होने का वादा किया। इसकी शिकायत जिला प्रशासन को की गई। जिला प्रशासन के निर्देश पर अब दोनों कर्मचारियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन विभाग के तहत केस किया जाएगा। कर्मचारियों के आउटसोर्सिंग एजेंसी को भी सूचित किया गया है।
दैनिक जागरण में उठाया था मामला
होम आइसोलेशन के नाम पर पैसे मांगे जाने के मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था। 12 जनवरी को पहले पन्ने पर इससे संबंधित खबर प्रकाशित की थी। खबर के आलोक को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारी इस पर नजर बनाए हुए थे। इसी के तहत शनिवार को कार्रवाई की गई।