शूटर अमन सिंह धनबाद जेल के अंदर से चला रहा था अपराध का धंधा, पुलिस ने नेटवर्क ध्वस्त करने को रांची में किया शिफ्ट Dhanbad News
अमन सिंह को लेकर जेल प्रशासन काफी परेशान था। वह जेल के अंदर से ही अपराध की दुनिया में अपना धंधा चलाना चाहता था। धनबाद के जेल के अंदर बाघमारा के विधायक ढुलू महतो से उसकी भिड़ंत भी हुई थी।
धनबाद, जेएनएन। अमन सिंह को लेकर जेल प्रशासन काफी परेशान था। वह जेल के अंदर से ही अपराध की दुनिया में अपना धंधा चलाना चाहता था। धनबाद के जेल के अंदर बाघमारा के विधायक ढुलू महतो से उसकी भिड़ंत भी हुई थी। कहा जाता है कि यह भिड़ंत कोयले के धंधे में रंगदारी को लेकर हुई। भाजपा नेता सतीश सिंह हत्या कांड में भी अमन सिंह का नाम उछला था। यूपी के नामी शूटरों में शामिल अमन सिंह पिछले तीन साल से धनबाद जेल में बंद है। उसे नीरज सिंह हत्याकांड में जेल भेजा गया है। वह जेल के अंदर से ही कोयले के कारोबार में दिलचस्पी ले रहा था। इससे कोयले के कारोबारी दहशत में थे। पुलिस ने उसका नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए रांची के होटवार जेल में शिफ्ट कर दिया है।
पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोप में धनबाद जेल में बंद दो शूटरों को रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच दूसरी जेल में शिफ्ट किया गया। इनमें एक अमन सिंह को रांची स्थित होटवार जेल भेजा गया है। वहीं सतीश उर्फ रोहित उर्फ चंदन को दुमका जेल भेजा गया है। इसके साथ ही शिबू उर्फ सागर को जमशेदपुर स्थित घाघीडीह जेल, सोनू उर्फ कुर्बान को पलामू स्थित मेदनी नगर जेल तथा पंकज सिंह को हजारीबाग केंद्रीय कारा भेजने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। संभावना है कि सोमवार को पुलिस बल मिलते ही इन सभी को संबंधित जेल में भेज दिया जाएगा।
इन शूटरों को लेकर विशेष शाखा ने पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि ये किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद जेल प्रशासन ने इन्हें राज्य की अलग-अलग जेल में रखने का फैसला लिया। इसके लिए कोर्ट से भी आदेश मिल चुका है। नीरज सिंह हत्याकांड के बाद सभी गिरफ्तार कर करीब तीन वर्ष पूर्व धनबाद जेल लाए गए थे। हाल ही में अमन सिंह की धमकी को लेकर नीरज हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता ने भी थाने में लिखित सूचना दी थी।