अब रांची के होटवार जेल से नहीं चलेगा जनता मजदूर संघ, चाचा और भैया की जेल यात्रा से बढ़ा सिद्धार्थ का कद
रांची के होटवार जेल में बंद रामधीर सिंह जनता मजदूर संघ के अध्यक्ष थे। झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने सवाल उठाया था कि सजायाफ्ता आदमी जेल से संगठन को कैसे चला सकता है ? इसके बाद झरिया की पूर्व विधायक कुंती सिंह को अध्यक्ष बनाया गाय है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। झरिया की पूर्व विधायक कुंती सिंह जनता मजदूर संघ (जमसं) की अध्यक्ष बनाई गई हैं। उनके पुत्र और जमसं के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम महामंत्री बने हैं। रविवार को कुंती निवास में कार्यसमिति के पुनर्गठन को लेकर बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता संघ के वरीय नेता गोपाल मिश्रा ने की। कुंती अब तक महामंत्री का पद संभाल रही थीं। उनको रामधीर सिंह की जगह अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। कुंती के स्थान पर सिद्धार्थ गौतम को महामंत्री बनाया गया। कमेटी में निरसा की भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता, जेएन सिंह धर्मपुरी, केएन सिंह, गोपाल मिश्रा और प्रदीप सिन्हा उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। सचिव की जिम्मेदारी अरविंद सिंह, सत्येंद्र सिंह, कमलेश सिंह और रंजीत सिंह को सौंपी गई है। संगठन में बीसीसीएल और सीसीएल के कई नेताओं को जगह मिली है। सिद्धार्थ ने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। बीसीसीएल में हम एक नंबर पर हैं।
झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने उठाया था सवाल
बताते चलें कि झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने जमसं के अध्यक्ष रामधीर सिंह के जेल में रहते हुए अध्यक्ष पद संभालने पर सवाल उठाते हुए निबंधन रद करने की मांग की थी। इस पर झारखंड सरकार के निबंधन विभाग ने नोटिस भी जारी किया है। रामधीर सिंह इस समय रांची के होटवार जेल में सजा काट रहे हैं। दूसरी तरफ झरिया के पूर्व विधायक और रामधीर सिंह के भतीजे संजीव सिंह धनबाद जेल में बंद हैं। इस कारण जनता मजदूर संघ को चलाने की जिम्मेदारी संजीव सिंह के छोटे भाई सिद्धार्थ गाैतम ने संभाल ली है।
पूर्व विधायक और अपनी मां कुंती सिंह के साथ झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ( फाइल फोटो)।
बच्चा सिंह ने रजिस्ट्रार के खिलाफ खोला मोर्चा
जमसं का समानांतर संगठन चलानेवाले पूर्व मंत्री बच्चा सिंह ने इसकी मान्यता को लेकर झारखंड सरकार के ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार पर हमला बोला है। उनपर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री तथा श्रम मंत्री से शिकायत की है। उन्होंने कहा कि रामधीर सिंह सजायाफ्ता कैदी हैं तथा पिछले पांच वर्षों से जेल में हैं। ट्रेड यूनियन एक्ट के मुताबिक ऐसा मजदूर संघ जिसका अध्यक्ष सजायाफ्ता कैदी है, का निबंधन गैरकानूनी तथा असंवैधानिक है, लेकिन संगठन पर कार्रवाई नहीं की गई। संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए विधायक से आग्रह करूंगा कि विधानसभा में इन तथ्यों को सरकार के सामने लाएं।
पुलिस घेरे में रामधीर सिंह ( फाइल फोटो)।
जनता मजदूर संघ में बदलाव का दिखेगा झरिया की राजनीति में असर
जनता मजदूर संघ के अध्यक्ष रामधीर सिंह के स्थान पर पूर्व विधायक कुंती सिंह को अध्यक्ष बनाये जाने का असर आने वाले दिनों में झरिया और सिंह मेंशन की राजनीति में दिख सकता है। अब सबकी नजर रामधीर सिंह की पत्नी पर है। वह धनबाद की मेयर रह चुकी हैं। अगर वो जनता मजदूर संघ की राजनीति में दिलचस्पी लेंगी तो बदलाव दिखेगा।