कोयलांचल में हर वर्ष 700 सड़क हादसे छीन रहे लोगों की खुशियां
यदि कोई विशेष परिस्थिति न हो तो कोहरे के दौरान कोशिश करें कि वाहन से यात्रा न करनी पड़े। यदि यात्रा करना आवश्यक है तब यात्रा से पूर्व अपने वाहनों की जांच परख लें।
धनबाद, शशि भूषण। कोहरे के कारण हादसे में हर साल कई जार्नं चली जाती हैं। ऐसे में धुंध और कोहरे के मौसम में सुरक्षित ड्राइविंग करना बेहद जरूरी है। शाम से लेकर रात तक और सुबह से लेकर दोपहर तक सड़कें कोहरे की चादर से ढकी रहती है। कोहरे से बचने के लिए वाहनों के रखरखाव व कुछ महत्वपूर्ण उपाय कर आप न केवल सड़क हादसे कम कर सकते हैं बल्कि ऐसा करके लोगों का जीवन भी बचा सकते हैं।
वाहनों का ऐसे करें रखरखावः यदि कोई विशेष परिस्थिति न हो तो कोहरे के दौरान कोशिश करें कि वाहन से यात्रा न करनी पड़े। यदि यात्रा करना आवश्यक है तब यात्रा से पूर्व अपने वाहनों के महत्वपूर्ण यंत्रों की अच्छी तरह से जांच परख लें। इनमें ब्रेक, हेड लाइट, बैक लाइट, पार्किंग लाइट, हॉर्न सहित महत्वपूर्ण पुर्जों की पूरी तरह खुद या प्रशिक्षित मिस्त्री से जांच करा लें। कोहरे के दौरान वाहनों में फॉग लाइट, बीम लाइट, रडियम, इंडिकेटर अवश्य लगा होना चाहिए।
अजय कुमार, मोटर यान निरीक्षक
हादसों के मुख्य कारण
- जल्दबाजी में ओवरटेक करना
- नशा करके वाहन चलाना
- तेज गति से वाहन दौड़ाना
- चालक का ध्यान भटकना
- वाहनों का ओवरलोड होना
- चालक का सीट बेल्ट न लगाना
- बिना प्रशिक्षण के गाड़ी चलाना
- वाहन की ठीक देखरेख न होना
- मोबाइल फोन का प्रयोग करना
- चालक का धूम्रपान करना
- लंबे समय तक वाहन चलाना
- वाहन चालक का नींद में होना
- सड़कों पर दिशा सूचकों का अभाव
कोहरे से हो सकता बचावः कोहरे के दौरान वाहनों में कई तहर के लाइट, रेडियम, स्टीकर, हार्न आदि का इस्तेमाल किया जाता है। बाजार में आधुनिक तकनीक के यंत्र भी मौजूद हैं। जिसका उपयोग कर कोहरे के दौरान होने वाले हादसों से बचा जा सकता है।
- फॉग नाइन एलइडी - 600 रूपये
-- सिक्स एलइडी - 350
- हेडलाइट एलइडी बल्ब - 190 से 550 रूपये तक
- रेडियम - (रेड, ब्लू, ग्रीन, औरेंज) - 80 से 100 रूपये तक
- येलो इंडिकेटर - 220 रूपये जोड़ा
बडे वाहनों के लिएः बैंकमोड़ स्थित द कार जंक्शन के संचालक अंकित अग्रवाल ने बताया कि कोहरे के लिए काफी आधुनिक लाइट व स्टीकर बाजार में आ गये हैं। सबसे कारगर रियर लेजर लाइट है जिसकी कीमत 800 से 1000 रूपये है। यह लाइट गाड़ी के आगे पीछे लगाई जा सकती है। इसकी खासियत है कि कितना भी अधिक फॉग हो इसमें से लेजर लाइट निकलती है। इसका रेंज पांच मीटर है जिससे आगे या पीछे से आने वाले वाहनों आसानी से पता चल जाता है। इस लाइट का दिल्ली व यूपी, हरियाणा, पंजाब में सबसे अधिक वाहनों में प्रयोग किया जाता है। वहीं पोपो हार्न जिससे ध्वनि प्रदूषण नहीं होता है उसका उपयोग भी कोहरे के दौरान किया जाता है।
- एलइडी व्हाइट लाइट - 750 से लेकर 900 तक
- डाला रैंबो लाइट - 500 से लेकर 2500 तक
- एचआइडी योलो व व्हाइट - 3000 से लेकर 5000 तक
- रेडियम लाइट : 20 से 100 रूपये तक
- पोपो हार्न - 500 से लेकर 1500 रूपये तक