ईसीआर जीएम के दाैरे से पहले पाथरडीह में बड़ा हादसा, सीनियर सेक्शन इंजीनियर की माैत, दो जख्मी
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक पाथरडीह यार्ड रिमाडलिंग का उद्घाटन करने 26 दिसंबर को आने वाले थे। इसके मद्देनजर युद्धस्तर पर काम चल रहा था। ओवरहेड तार लगाने के दाैरान हादसा हो गया। सीनियर सेक्शन इंजीनियर विकास कुमार की माैत हो गई।
संवाद सहयोगी, चासनाला। पाथरडीह रेलवे स्टेशन के सेंट्रल केबिन के समीप हादसे में रेलवे के टीआरडी विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर विकास कुमार की मौत हो गई। रेलवे कर्मचारी अनिल महतो का पैर टूट गया, सुमोध पांडेय भी जख्मी हो गए। यार्ड रिमाडलिंग के लिए ओवरहेड (ट्रैक्शन) तार लगाने का काम हो रहा था। इसी बीच ये तीनों निरीक्षण यान से सीधे रेलवे ट्रैक पर आ गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विकास के सिर पर गहरी चोट लगी थी। तीनों को धनबाद के अशर्फी अस्पताल ले जाया गया। विकास की मौत हो गई। अन्य दोनों कर्मियों का इलाज हो रहा है।
26 दिसंबर को होना है उद्घाटन
दरअसल, पाथरडीह में यार्ड रिमाडलिंग व अत्याधुनिक नान इंटलाकिंग सिस्टम का काम हो रहा है। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक 26 दिसंबर को इसका उद्घाटन करने आएंगे। ट्रैक्शन तार लगाने के लिए निरीक्षण यान पर आधा दर्जन कर्मचारी चढ़े थे। विकास व अन्य दोनों कर्मी तार को कस रहे थे। अचानक तीनों ही गिर गए। मंगलवार शाम हुए हादसे के बाद मरम्मत कार्य में लगे रेल कर्मचारी सहम गए हैं।
बिना सेफ्टी बेल्ट के ही टीम कर रही थी काम
पाथरडीह के रेलवे कर्मियों का कहना है कि बिना सेफ्टी बेल्ट के काम कराया जा रहा था। सेफ्टी बेल्ट होती तो हादसा नहीं होता। कर्मियों ने काम के समय हेलमेट भी नहीं पहना था। इस कारण सिर पर गंभीर चोट लग गई।
गोमो से पाथरडीह गई थी टीम
हादसे में जान गंवाने वाले सीनियर सेक्शन इंजीनियर विकास मंगलवार की सुबह गोमो से पाथरडीह गए थे। साथ में गोमो कार्यालय से समोद पांडेय, अनिल महतो, सनाउल्लह अंसारी, आरपी चौधरी, अनिल कुमार चौधरी, प्रेमचंद महतो, सोमनाथ मुखर्जी, शंकर यादव व चालक जैनुल व क्लीनर पवन कुमार भी गए थे। इन कर्मियों ने बताया कि पुराना ओवरहेड तार बदला जा रहा था। विकास जहां गिरा वहां रेलवे ट्रैक था, अन्य दो ट्रैक से कुछ दूर गिरे। विकास का सिर ही ट्रैक से टकरा गया। हेलमेट पहने होते तो बच जाते। विकास भारतीय रेल मजदूर संघ से जुड़े थे।