CIMFR Visit: स्कूली बच्चों को परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड के सदस्य से मिलने का मिला माैका, जाना कैसे विज्ञान को बनाएं करियर का विकल्प
CIMFR Visit सिंफर निदेशक डा. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने जिज्ञासा के तहत छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम शुरू की है। इसका उद्देश्य स्कूली छात्रों और उनके शिक्षकों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान-सिंफर में चल रही वैज्ञानिक गतिविधियों से रूबरू होने का मौका धनबाद के स्कूली छात्र-छात्राओं को मिला। विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं को सीएसआइआर के स्थापना दिवस के मौके पर संस्थान परिसर में आमंत्रित किया गया था। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने सिंफर के विभिन्न अनुसंधान प्रयोगशाला का भ्रमण किया। साथ ही विज्ञान को कैरियर का विकल्प चुनने से जुड़ी जानकारियां भी हासिल की। सीएसआईआर स्थापना दिवस के मौके पर परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड के सदस्य पदमश्री हर्ष के गुप्ता स्कूली छात्र-छात्राओं से आनलाइन जुड़े। उन्होंने भूकंप से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। देश में अब तक आए अलग-अलग जगहों के भूकंप और उनसे हुई जान-माल की क्षति के बारे में बताया। इसके साथ ही भूकंप की बारंबारता को कम करने के उपाय भी सुझाए।
उद्देश्य छात्रों के बीच बैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना
सिंफर निदेशक डा. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने जिज्ञासा के तहत छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम शुरू की है। इसका उद्देश्य स्कूली छात्रों और उनके शिक्षकों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम छात्रों को प्रेरित करता है कि वे विज्ञान को करियर विकल्प के रूप में कैसे चुन सकते हैं।
छात्र-छात्राओं ने क्विज में की भागीदारी
इंटर स्कूल क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। केंद्रीय विद्यालय नंबर वन, दिल्ली पब्लिक स्कूल , डीएवी पब्लिक स्कूल, कोयलानगर, डीनोबिली स्कूल सीएमआरआई, संस्कृति विद्या मंदिर दिग्वाडीह, डीएवी माडल स्कूल सीएफआरआई डिग्वाडीह, अल इस्ला स्कूल भूली, द्वारिका मेमोरियल फाउंडेशन अकादमी बिशुनपुर 120 छात्र छात्राएं व शिक्षक शामिल थे। सफल आयोजन में सिंफर के मानव संसाधन विकास प्रमुख दिलीप कुंभकार, डा. सिद्धार्थ सिंह की सक्रिय भागीदारी रही।