राज्य के 40931 स्कूलों में गठित नहीं हो सकी स्वच्छता समिति
आशीष सिंह, धनबाद महात्मा गांधी साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर काफी गंभीर थे। दो अक्ट
आशीष सिंह, धनबाद
महात्मा गांधी साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर काफी गंभीर थे। दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन तक देशभर में स्वच्छता पखवारा का आयोजन किया गया। भारत स्वच्छता मिशन (शहरी) के तहत स्कूली छात्रों को जोड़ने के लिहाज से एक वर्ष पूर्व विशेष योजना के क्रियान्वयन का खाका तैयार किया गया। इसमें सूबे के सभी सरकारी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में स्वच्छता समिति गठित कर स्वच्छता मिशन में बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित की जानी थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
एक वर्ष बीत जाने के बाद भी स्कूलों में स्वच्छता समिति का गठन नहीं किया जा सका। इसमें सबसे अहम यह था कि प्राथमिक स्कूलों में बाल संसद और माध्यमिक में सीनियर छात्रों को इस समिति में शामिल होकर अपने सहपाठियों, आसपास और परिजनों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना था। इसको लेकर तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने सभी जिलों के आयुक्तों को पत्र जारी कर अनिवार्य रूप से यह कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। सूबे में 24478 प्राथमिक विद्यालय, 14453 मध्य यानी अपर प्राथमिक विद्यालय और लगभग 2000 हाई स्कूल हैं। इस तरह राज्य के 40931 स्कूलों में स्वच्छता समिति गठित की जानी थी। यहां बता दें कि धनबाद जिले में 1832 प्राथमिक एवं 180 हाई स्कूल हैं, जहां स्वच्छता समिति गठित की जानी थी।
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समिति के होने थे ये कार्य
- स्वच्छता एप डाउनलोड करना।
- इनमें शिक्षा विभाग के कर्मचारी, शिक्षकों के साथ-साथ सभी विभागों के कर्मचारी एप डाउनलोड करेंगे।
- सूचना एवं शिक्षित संचार (आइईसी) के जरिए मुहिम चलाकर प्रत्येक 15 दिन में साफ-सफाई करनी।
- सभी विद्यालयों में स्वच्छता समिति का गठन, छात्रों की सहभागिता अनिवार्य।
- समिति गठन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक अपने स्तर से स्कूलों को निर्देश देंगे।
- शहरी क्षेत्र में स्वच्छता मतदान कराया जाना।
- बस पड़ाव, रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी, बाजार आदि क्षेत्रों में सफाई अभियान से संबंधित स्टैक होल्डर के श्रमदान से विशेष सफाई जागरूकता अभियान।