SAIL: आरएमडी मुख्यालय कोलकाता से राउरकेला शिफ्ट करने पर मंथन, सेफी ने पीएमओ को भेजा प्रस्ताव
सेल आरएमडी इकाई का मुख्यालय कोलकाता में साल 1990 से है। वर्तमान में यहां लगभग सौ से भी ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत है। महानगर होने के कारण यहां कार्यरत कर्मियों पर एचआर के मद में प्रबंधन के खजाने पर लगभग प्रतिमाह 15 लाख रुपये का बोझ आ रहा है।
बोकारो, जेएनएन।
प्रस्तावित योजना के इन पहलुओं पर हो रहा है मंथन
सेल आरएमडी इकाई का मुख्यालय कोलकाता में साल 1990 से है। वर्तमान में यहां लगभग सौ से भी ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत है। महानगर होने के कारण यहां कार्यरत कर्मियों पर एचआर के मद में प्रबंधन के खजाने पर लगभग प्रतिमाह 15 लाख रुपये का बोझ आ रहा है। जबकि कंपनी का अस्पताल, शिक्षा संस्थान नही होने के अलावा माइंस क्षेत्र में आवागमन के लिए परिवहन आदि की सुविधा शहरी क्षेत्र से दूर होने के कारण प्रबंधन को प्रतिवर्ष 12 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि का वहन करना पड़ रहा है। राउरकेला में आरएमडी का मुख्यालय होने के बाद कर्मियों को कंपनी का आवास, चिकित्सा सेवा व शिक्षा का लाभ एक ही शहर में एक ही स्थान पर मिल सकेगा। इसके अलावे आयरन ओर की आपूर्ति के लिए राउरकेला से माइंस की दूरी मात्र सौ किलोमीटर पर होने से परिवहन आदि का खर्च घटकर 12 करोड़ से 20 लाख रुपये हो जाएगा। इसके अलावा ओड़िसा के साथ झारखंड की सीमा निकटवर्ती होने के कारण खनन का कारोबार दोनों राज्यों के बेहतर सामंजस्य और बेहतर हो सकेगा।
सेल में लागत नियंत्रण के लिए आरएमडी का मुख्यालय कोलकाता के बजाए राउरकेला स्थानांतरित करने का प्रस्ताव पीएमओ व इस्पात मंत्रालय को दिए है। जिस पर विचार-मंथन प्रारंभ हो गया है। योजना के लागू होने से सेल प्रबंधन को करोड़ों रुपये की आर्थिक बचत प्रतिमाह हो सकेगी।
-विमल विशी , महासचिव, सेफी।