Rupa Tirkey Suicide Case: डैमेज कंट्रोल में जुटे मुख्यमंत्री, एक सदस्यीय आयोग करेगी जांच; आइजी ने बताया आत्महत्या का कारण
Rupa Tirkey Suicide Case संताल परगना की पुलिस महानिरीक्षक प्रिया दुबे ने मंगलवार को दुमका में बताया कि साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की ने प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या की थी। वह दारोगा शिव कुमार कनौजिया की करीबी थी। जो उसे प्रताडि़त करता था।
रांची/दुमका, जेएनएन। साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या प्रकरण के बाद से स्वजनों और विपक्ष द्वारा लगातार उठाए जा रहे सवालों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। 3 मई को रूपा ने आत्महत्या की थी। इसके बाद से विपक्ष मुख्यमंत्री पर निशाना साध रहा था। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भी राज्य के डीजीपी को बुलाकर मामले की जानकारी ली थी। हालांकि अब तक पुलिस की जांच में आत्महत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश नजर नहीं आ रही है। साक्ष्य के आधार पर पुलिस का कहना है कि सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया से रूपा के नजदीकी रिश्ते थे। कनाैजिया प्रताड़ित करता था। परेशान होकर रूपा से आत्महत्या कर ली। अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे मामले की जांच के लिए आयोगग गठन को मंजूरी दे दी है। इस बीच दुमका प्रक्षेत्र की आइजी प्रिया दुबे ने भी कहा है कि रूपा ने प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या की।
मुख्यमंत्री ने दी रूपा तिर्की मामले में जांच आयोग के गठन को मंजूरी
साहिबगंज महिला थाना की प्रभारी रहीं झारखंड पुलिस की सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की की अप्राकृतिक मृत्यु के मामले की जांच एक सदस्यीय जांच आयोग करेगा। झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। विनोद कुमार गुप्ता हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता के अनुसार जांच आयोग को अपनी रिपोर्ट देने के लिए छह माह का समय दिया गया है। यह आयोग रूपा द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने से संबंधित सभी विषयों को देखेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस विषय में विशेष दखल देते हुए जांच आयोग का गठन करते हुए निष्पक्ष तरीके से इसे आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है। इस संबंध में पूर्व में बोरिओ थाने में दर्ज केस के तहत जांच प्रक्रिया जारी रहेगी।
प्रथम दृष्टया शिव कुमार कनाैजिया दोषी
रूपा का शव तीन मई को साहिबगंज स्थित उनके आवास में पंखे से झूलता हुआ बरामद किया गया था। रूपा रांची के रातू प्रखंड की रहने वाली थीं। रांची के संत जेवियर कालेज से पढ़ाई पूरी करने वाली रूपा को प्रशिक्षण के बाद साहिबगंज जिले के पहले महिला थाना प्रभारी के तौर पर पदस्थापित किया गया था। पुलिस जांच में प्रथम दृष्ट्या दारोगा शिव कुमार कनौजिया द्वारा रूपा को प्रताडि़त करने का मामला सामने आया था। पुलिस ने नौ मई को कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया था। रूपा की मौत को संदिग्ध मानते हुए सीबीआइ जांच की मांग उनके स्वजनों के अलावा भाजपा समेत विभिन्न दलों की ओर से की जा रही थी। राज्यपाल ने भी सोमवार को डीजीपी को तलब कर जांच को सही दिशा देने का निर्देश दिया था।
प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या
संताल परगना की पुलिस महानिरीक्षक प्रिया दुबे ने मंगलवार को दुमका में बताया कि साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की ने प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या की थी। वह दारोगा शिव कुमार कनौजिया की करीबी थी। जो उसे प्रताडि़त करता था। इससे पहले मंगलवार को पुलिस सभागार में पुलिस के आला अधिकारियों के साथ आइजी ने बैठक की। इसमें उग्रवाद, साइबर अपराध की रोकथाम के निर्देश दिए। आपराधिक मामलों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि काफी हद तक उग्रवाद व अपराध पर नियंत्रण करने में पुलिस सफल रही है। साइबर ठगी बढ़ रही है, इस पर लगाम लगाने की जरूरत है। साइबर ठगी के मामलों में अनुसंधान में किसी तरह की कमी नहीं हो। जांच इस प्रकार हो कि न्यायालय से अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस सफल हो सके। रूपा प्रकरण में बताया कि तीन मई को साहिबगंज में प्रताडऩा से तंग आकर ही उसने आत्महत्या की थी। वायरल वीडियो में दारोगा शिव कुमार कनोजिया का नाम आया है। उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। डीआइजी सुदर्शन मंडल, एसपी अंबर लकड़ा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।