Coronavirus: राजमहल उपकारा में कैद प्रवासी में कोरोना वायरस मिलने के बाद प्रशासन पशोपेश में, डीसी ने किया निरीक्षण
साहिबगंज जिला भी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुका है। राजमहल उपकारा का एक बंदी कोरोना पाजीटिव पाया गया है। वह पंजाब के जालंधर से आया था।
साहिबगंज, जेएनएन। राजमहल उपकारा में बंद प्रवासी बंदी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद साहिबगंज जिला प्रशासन पशोपेश में है। वह समझ नहीं पा रहा है कि क्या किया जाय? शनिवार को ही धनबाद पीएमसीएच द्वारा साहिबगंज जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई कि मरीज कोरोना पॉजिटिव है। इसके बावजूद दोपहर तक उपकारा से कोरोना मरीज को निकालकर इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। मरीज के जेल में होने के कारण कानूनी प्रक्रिया पूरी करने में समय लग रहा है। दूसरी तरफ उपायुक्त वरुण रंजन ने रविवार को राजमहल उपकारा का निरीक्षण किया।
साहिबगंज जिला भी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुका है। राजमहल उपकारा का एक बंदी कोरोना पाजीटिव पाया गया है। वह पंजाब के जालंधर से आया था। क्वारंटाइन केंद्र में हंगामा करने पर उसे जेल भेजा गया था। रिपोर्ट आने के बाद वरुण रंजन ने अधिकारियों के साथ रविवार को जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि जालंधर से आये हुए प्रवासी श्रमिक का कोरोना रिजल्ट पोजेटिव पाया गया है, जिसे मोहनपुर उधवा के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। उपायुक्त ने बताया कि वह श्रमिक मोहनपुर क्वारंटाइन केंद्र में था जिस पर वहां मारपीट करने के कारण एफआइआर भी दर्ज़ किया गया था एवं वह संक्रमित व्यक्ति फिलहाल जेल में है। उसे वर्तमान में सभी एहतियाती उपायों के साथ जेल में रखा गया है। निरीक्षण के दौरान वहां कैदियों के खाने नहाने तथा वैसे जहां सभी कैदी इकट्ठा होते हैं उन जगहों का जायज़ा लिया।
उपायुक्त ने जेल में वैसे कैदी जो कोरोना संक्रमित मरीज़ कैदी के साथ रहे हैं, उनको जेल के क्वारंटाइन सेल में रखने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि मरीज के संपर्क में आये कैदियों का सैम्पल जांच के लिए भेज दिया गया है। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने थाना प्रभारी को संक्रमित मरीज कैदी को आइसोलेशन में रखने तथा उस पर निगरानी रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि जेल में मरीज के संपर्क में आये सभी कैदियों को अलग कर दिया गया है तथा उनके बांकी कैदियों से अलग रखा जा रहा है। उन्होंने तत्काल जेल परिसर एवं सभी वार्ड को सैनिटाइज करने का निर्देश भी दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने क्वारंटाइन कैदियों के अलग शौचालय व्यवस्था का निर्देश दिया एवं थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि जेल कर्मी सुनिश्चित करें कि क्वारंटाइन में रखे गए कैदी किसी से मिले जुलें न। निरीक्षण में उपायुक्त ने सिविल सर्जन को जेल परिसर में एक मेडिकल टीम तैनात करने का निर्देश दिया। उन्होंने वार्ड में कुछ कैदियों से बात की एवं उनकी समस्याएं भी सुनी।
संक्रमित मरीज को जेल से अनुमंडल अस्पताल राजमहल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। इसी संबंध में उपायुक्त वरुण रंजन ने अनुमंडल अस्पताल का भी भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने अस्पताल में वार्ड के आस-पास सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया ताकि मरीज की गतिविधि पर नजर रखी जा सके। निरीक्षण के पश्चात उपायुक्त ने अनुमंडल कार्यालय में पदाधिकारियों के साथ बैठक की एवं पदाधिकारियों को क्वारंटाइन केंद्र में विधि व्यवस्था चुस्त रखने तथा वहां किसी भी प्रकार के मूवमेंट को न होना देना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। वहां हमेशा गार्ड को तैनात रखने का निर्देश भी दिया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के अलावे पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, अनुमंडल पदाधिकारी राजमहल कर्ण सत्यार्थी, उप विकास आयुक्त मनोहर मराण्डी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी मिथिलेश झा, जिला जन संपर्क पदाधिकारी विकास हेम्ब्रम, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी उदय कुमार, जेल अधीक्षक कृष्ण मुरारी तिर्की, सिविल सर्जन डा डीएन सिंह, थाना प्रभारी राजमहल आदि मौजूद थे।
जिला प्रशासन के अनुसार जेल से बंदी को कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए न्यायालय से अनुमति मांगी गई है। प्रक्रिया पूरी होते ही अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। अस्पताल में मरीज के लिए एक कैदी वार्ड बनाया जा रहा है।