Rupa Tirkey Suicide Case: लोग मरते भी हैं तो देश के लिए और तुम... छोटी बहन ने दी थी सलाह, रूपा ने कर दिया था नंबर ब्लॉक
Rupa Tirkey Suicide Case साहिबंगज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले की जांच में कई चाैंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रूपा ने आत्महत्या से पहले परिवार के लोगों का मोबाइल फोन ब्लॉक कर दिया था। छोटी बहन ने आत्महत्या न करने की भावनात्मक अपील की थी।
साहिबगंज, जेएनएन। साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या प्रकरण झारखंड में राजनीतिक रूप ले चुका है। पक्ष-विपक्ष के लोग आत्महत्या के पीछे बड़ी साजिश मान रहे हैं। सीबीआइ जांच की माग कर रहे हैं। सीबीआइ जांच की मांग को लेकर झारखंड की राजधानी रांची में प्रदर्शन भी हो चुका है। इंटरनेट मीडिया में रूपा को न्याय दिलाने के लिए अभियान चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में आत्महत्या के लिए चाइबासा के सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनाैजिया को जिम्मेदार मानते हुए जेल भेज दिया है। अब तक पुलिस की जांच का जो निष्कर्ष है उसके अनुसार सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनाैजिया ही दोषी हैं। रूपा, कनाैजिया से शादी करना चाहती थी। शिव तैयार नहीं था। इसी को लेकर विवाद हुआ। और बात आत्महत्या तक पहुंच गई। इस पूरे प्रकरण की जानकारी रूपा से स्वजनों को भी थी। रूपा की छोटी बहन ने आत्महत्या न करने की सलाह भी दी थी। आत्महत्या से पहले रूपा से स्वजनों का मोबाइल फोन ब्लॉक कर दिया था।
नगर प्रभाग के इंस्पेक्टर शशिभूषण चाैधरी करेंगे अनुसंधान
महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में सब इंस्पेक्टर शिव कनौजिया पर दर्ज मामले का अनुसंधान नगर प्रभाग के इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी करेंगे। आइपीसी की धारा 306 के तहत नौ मई को यह मामला दर्ज किया गया था। तीन मई को रूपा तिर्की द्वारा आत्महत्या करने की बात सामने आने पर इस संबंध में जिरवाबाड़ी ओपी में यूडी केस दर्ज किया गया था। जिरवाबाड़ी ओपी की महिला सब इंस्पेक्टर स्नेहलता सुरीन को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन रूपा तिर्की के स्वजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाने पर अगले ही दिन उसकी जांच का जिम्मा एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने राजमहल इंस्पेक्टर राजेश कुमार को सौंप दिया था। राजेश कुमार ने मामले की जांच शुरू की। इस क्रम में यह बात सामने आयी कि चाईबासा जिले के टोकलो थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर व रूपा तिर्की के कथित प्रेमी शिव कनौजिया की प्रताड़ना से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। इसके बाद राजमहल इंस्पेक्टर राजेश कुमार के बयान पर यूडी केस को आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में परिवर्तित कर दिया गया। इस मामले में शिव कनौजिया को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है। हालांकि, रूपा तिर्की के स्वजन इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं।
आत्महत्या के दिन स्वजनों का कॉल नहीं कर रही थी रिसीव
पुलिस अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आयी है कि घटना के दिन रूपा तिर्की ने स्वजनों का नंबर ब्लॉक कर दिया था। वह स्वजनों का कॉल रिसीव नहीं कर रही थी। इसके बाद उसकी छोटी बहन ने शाम में कई एसएमएस भेजा था। एक एसएमएस में छोटी बहन ने उसे समझाते हुए लिखा है कि- और मरके क्या मिलेगा तुमको? मरने के बाद भी हमलोग ही रोएंगे और बदनाम होंगे कि इसकी बड़ी दीदी किसी लड़के के लिए मर गई। लोग मरते भी हैं तो देश के लिए और तुम मरना चाहती हो....उस.....लड़के के लिए.....जो तुमको.....। थोड़ा सा तो बुद्धि खोलो यार....नहीं देखा जाता मेरे से परिवार को बिखड़ते हुए। वह नहीं करेगा शादी। बोल चुका है हमलोगों को। अनुसंधान के क्रम में यह बात भी सामने आयी है कि रूपा तिर्की पूर्व में भी एक लड़के से प्यार में धोखा खा चुकी है। उसकी बहन ने मैसेज में इसका भी उल्लेख किया है।
सीबीआइ जांच की उठ रही मांग
रूपा तिर्की के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। इसलिए इसकी सीबीआइ से जांच करायी जाए। इसके लिए भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के साथ-साथ बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम, बंधु तिर्की, नवीन जायसवाल तक मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। सीबीआइ जांच की मांग को लेकर पूरे राज्य में धरना-प्रदर्शन का दौर जारी है। हालांकि, अब तक इस मामले में मुख्यमंत्री की ओर से किसी प्रकार का बयान नहीं आया है। इस मामले में पुलिस अनुसंधान पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं।
अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया की वजह से सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की ने आत्महत्या कर ली। वैसे मामले की जांच जारी है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
-अनुरंजन किस्पोट्टा, एसपी, साहिबगंज