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Indian Railways: अब रोड छोड़ ट्रेन से गांजा तस्‍करी... लगातार तीसरे दिन पुरुषोत्‍तम एक्‍सप्रेस में पकड़ाया गांजा

आरपीएफ के तंत्र के आगे गांजा तस्कर लगातार फेल हो रहे लेकिन इसके बावजूद तस्‍कर बाज नहीं आ रहे। गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे अप पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस जैसे ही गोमो स्टेशन पहुंची आरपीएफ की टीम ने एस-9 में एएसआइ प्रभात सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 04:04 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 04:04 PM (IST)
Indian Railways: अब रोड छोड़ ट्रेन से गांजा तस्‍करी... लगातार तीसरे दिन पुरुषोत्‍तम एक्‍सप्रेस में पकड़ाया गांजा
अप पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से पुलिस ने तस्‍करों के पास से गांजा बरामद किया।

संवाद सहयोगी, गोमो बाजार (धनबाद): पिछले तीन माह से रोड की बजाय ट्रेनें गांजा तस्‍करी का जरिया बनी हुई हैं। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन अप पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से पुलिस ने तस्‍करों के पास से गांजा बरामद किया।

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आरपीएफ के तंत्र के आगे गांजा तस्कर लगातार फेल हो रहे, लेकिन इसके बावजूद तस्‍कर बाज नहीं आ रहे। गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे अप पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस जैसे ही गोमो स्टेशन पहुंची, आरपीएफ की टीम ने आरक्षित बोगी के एस-9 में सहायक अवर निरीक्षक प्रभात सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की। यहां शौचालय के पास लावारिस अवस्था में पड़े एक बैग को आरपीएफ ने बरामद किया। जांच के दौरान बैग के भीतर प्लास्टिक में लिपटे चार बंडल में 12 किलो 300 ग्राम गांजा बरामद किया गया। इसकी कीमत लगभग 1 लाख 23 हजार रुपये आंकी गई है। जब्त गांजा को रेल पुलिस के हवाले कर दिया गया। हालांकि मौके से कारोबारी भाग निकले।

बोकारो जिले का तेलो गांव बना है गांजा का बड़ा हब: सूत्रों की मानें तो उक्त गांजा की खेप को चंद्रपुरा स्टेशन में ट्रेन पर चढ़ाया जाता है। इसके बाद ही अगला स्‍टेशन गोमो है, जहां पुलिस लगातार कार्रवाई कर तस्‍करों पर शिकंजा कस रही है। बताया जाता है कि गांजा का कारोबार बड़े पैमाने पर बोकारो जिले के चंद्रपुरा प्रखंड के तेलो गांव में किया जाता है। यहां से ही आसपास के इलाके में गांजा को खपाया जा रहा है।

अबतक 20 से अधिक बार पुलिस ने पकड़ा गांजा: बता दे कि इन दिनों गांजा कारोबारी सड़क को छोड़ ट्रेन से गांजा की तस्करी करना अधिक मुफीद समझ रहे। इसका एक फायदा यह भी होता है कि अगर किस्‍मत ने साथ नहीं दिया तो माल छोड़कर किनारे हो गए। फिर चुपके से किसी स्‍टेशन पर उतर कर निकल जाते हैं। इससे लाभ बस इतना होता है कि खुद गिरफ्तारी से बच जाते हैं। बताया जाता है कि गोमाे में आरपीएफ द्वारा अबतक 20 से अधिक बार गांजा पकड़ा गया है, इसके बावजूद अवैध कारोबार जारी है। गुरुवार को की गई छापेमारी की टीम में सहायक अवर निरीक्षक प्रेमा खेस, अजय पासवान, शिवनाथ ठाकुर, धर्मेंद्र दुबे, अनुज कुमार सिंह समेत कई लोग शामिल थे।

आगे भी जारी रहेगा अभियान: आरपीएफ गोमो पोस्‍ट के सहायक अवर निरीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि गांजा कारोबारी इन दिनों सक्रिय हैं, लेकिन आरपीएफ की टीम की ओर से लगातार हो रही कार्रवाई से उनका मनोबल टूट रहा है। कहा कि इस बार गांजा कारोबारी भाग निकले, लेकिन आगे भी कारवाई जारी रहेगी।


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