धनबाद में हर दो दिन में एक व्यक्ति की सड़क हादसे में जा रही जान
वर्ष 2020 में जहा लोगों को कोरोना की मार झेलनी पड़ी वहीं इस वर्ष जिले में सड़क हादसों में भी काफी वृद्धि हुई। जिले में इस वर्ष 336 सड़क हादसे हुए जिनमें 197 लोगों की जान गई। वहीं 263 लोग घायल हो गए। इस तरह देखें तो हर दो दिन में सड़क हादसे में एक व्यक्ति की जान गई। यह आकड़े सड़क सुरक्षा समिति ने जारी किए हैं।
जासं, धनबाद : वर्ष 2020 में जहा लोगों को कोरोना की मार झेलनी पड़ी, वहीं इस वर्ष जिले में सड़क हादसों में भी काफी वृद्धि हुई। जिले में इस वर्ष 336 सड़क हादसे हुए, जिनमें 197 लोगों की जान गई। वहीं 263 लोग घायल हो गए। इस तरह देखें तो हर दो दिन में सड़क हादसे में एक व्यक्ति की जान गई। यह आकड़े सड़क सुरक्षा समिति ने जारी किए हैं। साल के अंतिम तीन महीने में ही 78 लोगों की मौत सड़क हादसे में हो गई। वहीं पिछले साल की बात करें तो वर्ष 2019 में 276 लोगों की मौत सड़क हादसे में हुई थी। इस तरह पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 79 कम लोगों की जान सड़क हादसे में गई।
इस वर्ष सड़क हादसों में कितने लोगों की गई जान
माह - मौत - घायल
जनवरी- 15 - 27
फरवरी - 19 - 27
मार्च - 15 - 21
अप्रैल- 8 - 20
मई - 16 - 8
जून - 23 - 17
ज8्लाई - 19 - 15
अगस्त - 8 - 16
सितंबर - 5 - 25
अक्टूबर- 13 - 24
नवंबर- 26 - 29
दिसंबर - 30 - 34 लॉकडाउन में 29 लोगों की हुई मौत : जिले में कोरोना को लेकर मार्च से लेकर मई तक लॉकडाउन लगाया गया था। हालाकि इस दौरान भी जिले में सड़क हादसों में कमी नहीं आई। जिले में इन तीन महीनों में 29 लोगों की जान सड़क हादसे में गई। इनमें मार्च में 21, अप्रैल में 20 और मई माह में आठ लोगों की मौत हुई।
तीन साल में दोगुना हो गए ब्लैक स्पॉट : सड़क सुरक्षा समिति व ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, जिले में पिछले तीन साल में ब्लैक स्पॉट की संख्या दोगुनी हो गई है। जिले में पहले जहा 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित थे, वहीं अब इसकी संख्या 23 तक पहुंच गई है। इनमें से अधिकतर स्पॉट एनएच पर हैं। इन जगहों पर पिछले तीन साल में 118 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में कहा-कहा ब्लैक स्पॉट : जिले में गोविंदपुर के ऊपर बाजार, कौआबाध, देवली, फकीरडीह, झरिया के बस्ताकोला, भगतडीह, तेतुलमारी के शक्ति चौक, बरवाअड्डा के लोहारबरवा, मेमको मोड़, जोड़ापोखर, धनबाद के रानीबाध, डीआरएम मोड़, प8्लिस लाइन, शालीमार, गोधर मोड़, निरसा के हाथबाड़ी, खुदिया फाटक, मैथन चौक, नेहरू चौक, टुंडी के दयाबास पहाड़ व पावापुर शामिल हैं। कैसे चिन्हित होते हैं ब्लैक स्पॉट : पिछले तीन साल में पाच सौ मीटर के दायरे में पाच से अधिक दुर्घटनाएं या दस मौत होने पर उस स्थान को ब्लैक स्पॉट मान लिया जाता है।