नो टेंशन... खाली होगी टंकी तो खुद भर जाएगा पानी, सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने बनाया कमाल का उपकरण
यह उपकरण वाटर टैंक से जुड़ा रहता है। पानी भरने की प्रक्रिया शुरू होते ही इसमें लगे सेंसर काम करने लगते है। टंकी जब भर जाएगी तो सेंसर से उपकरण को इस आशय का संदेश दे दिया जाएगा।
धनबाद [ तापस बनर्जी ]। जी हां, केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने ऐसी स्वदेशी तकनीक विकसित की है, जो पानी को बर्बाद होने से बचाएगी। इस तकनीक से बने उपकरण को वैज्ञानिकों ने ऑटोमेटिक वाटर टैंक लेवल कंट्रोलर नाम दिया है। इस उपकरण के सहारे घर की छत पर लगी टंकी में पानी भरने पर मोटर खुद बंद हो जाएगा, नतीजा पानी बाहर बहकर बर्बाद नहीं होगा। टंकी में पानी निश्चित मात्रा से कम होगा तो मोटर खुद चालू भी हो जाएगा। पानी भरने के लिए मोटर चालू करने की भाग-दौड़ भी नहीं करनी होगी।
ऐसे काम करेगा उपकरण
यह उपकरण वाटर टैंक से जुड़ा रहता है। वाटर टैंक में पानी भरने की प्रक्रिया शुरू होते ही इसमें लगे सेंसर काम करने लगते है। टंकी जब पूरी भर जाएगी तो सेंसर से उपकरण को इस आशय का संदेश दे दिया जाएगा। उसके आधार पर उपकरण मोटर को बंद कर देगा। जब छत पर लगी पानी की टंकी में पानी का स्तर निर्धारित किए गए स्तर से नीचे हो जाएगा तो फिर उपकरण को संदेश मिलेगा और मोटर चालू हो जाएगा।
केवल ढाई हजार के खर्च में बना जल प्रहरी
इस उपकरण को बनाने में महज महज ढाई हजार रुपये की लागत आई है। इससे पानी की हर बूंद सहेजी जा सकेगी। अमूमन छत पर लगी टंकी में पानी भर जाता है और वह बाहर गिरता है, जब पानी बहने लगता है तो उसकी आवाज से लोग मोटर बंद करते हैं। तब तक काफी पानी बह चुका होता है।
नगर निगम के दफ्तर में लगा उपकरण
इस उपकरण को धनबाद नगर निगम ने अपनाया है। निगम के दफ्तर में उपकरण लगा है। इससे वाटर टैंक के मोटर को बार-बार चालू करने या पानी भर पर जाने पर बंद करने की समस्या खत्म हो गई है। शहर की नीलांचल कॉलोनी और ग्रेवाल कॉलोनी में भी इसे लगाया गया है।
वैज्ञानिकों के संगठन इनोवेशन फॉर सोसाइटी ने यह उपकरण तैयार किया है। हमलोगों ने इसे बेहद कम खर्च में विकसित किया है। हम इसका कॉमर्शियल उपयोग नहीं कर रहे हैं। लोग अपनी जरूरत के अनुसार इसके लिए हमसे संपर्क कर सकते हैं।
-डॉ. कमल कुमार शर्मा, वैज्ञानिक सह अध्यक्ष इनोवेशन फॉर सोसाइटी
नगर निगम के दफ्तर में लगा उपकरण अच्छा काम कर रहा है। मोटर बंद और चालू करने की समस्या खत्म हो गई है। जल सहेजने की दिशा में उपकरण बेहद कारगर है। सभी हाउसिंग सोसाइटी और फ्लैट में इसे लगाना चाहिए।
-चंद्रशेखर अग्रवाल, मेयर, धनबाद