3 लाख बच्चों को टीकाकरण से जोड़ने की कवायद शुरू, विभाग ने माइक्रो प्लान में फिर से किया बदलाव Dhanbad News
धनबाद में 2300 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों में गुरुवार और शनिवार को टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीकाकरण किया जाता है।
धनबाद, जेएनएन। जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित टीकाकरण (आरइ) फिर से शुरू कर दिया गया है। हालांकि यह टीकाकरण पूरी तरह से एहतियात के तौर पर हो रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से लगभग 60 दिनों से टीकाकरण जिलों में बंद था। इस वजह से जिले में लगभग तीन लाख बच्चों का टीकाकरण चक्र टूट गया है। अब स्वास्थ्य विभाग ने फिर से छूटे हुए इन बच्चों को टीकाकरण से जोड़ने की कवायद शुरू किया है।इसके लिए फिर से माइक्रो प्लान को बदला गया है।
3 लाख बच्चों को नई माइक्रो प्लान में चढ़ाई गई सूची : लॉकडाउन की वजह से दो बार माइक्रो प्लान बनाया गया। टीकाकरण चक्र टूटने के कारण पहले माइक्रोप्लान को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद स्थानीय डॉक्टर नर्स, आंगनबाड़ी कर्मियों, सहिया आदि की सहायता से नया माइक्रो प्लान बनाया गया है। इसमें माइक्रोप्लान में वैसे तीन लाख सभी बच्चों को जोड़ा गया है, जो लॉकडाउन की वजह से टीकाकरण से नहीं जुड़ पाए थे। माइक्रो प्लान में आंगनबाड़ी के पोषक क्षेत्र में रहने वाले बच्चों, जिन्हें टीकाकरण से जोड़ा गया है, जो छूट गए हैं। उनकी उम्र और पते आदि की सूचनाएं होती है। 0 से लेकर 3 वर्ष तक और 3 से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को अलग-अलग कैटेगरी में जोड़ा जाता है।
जिले में 2300 आंगनबाड़ी केंद्र : विभागीय आंकड़ों के अनुसार, धनबाद में 2300 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों में गुरुवार और शनिवार को टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीकाकरण किया जाता है। सभी प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार से शनिवार तक हर दिन बच्चों को टीका दिया जाता है।
लॉकडाउन की वजह से कई बच्चे टीकाकरण से छूट गए हैं। अब उन्हें माइक्रोप्लान में जोड़ा गया है। जिले में टीकाकरण शुरू हो गई है। -डॉ. गोपाल दास, सिविल सर्जन, धनबाद।