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रजिस्ट्रेशन फ्रीज, पीके रॉय को एफआइआर कराने का आदेश

धनबाद अमृत कुमार नामक युवक की ओर से छात्रों से पैसे लेकर रजिस्ट्रेशन कराने और स्लिप मुहैया कराने के मामले में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने पीके रॉय मेमोरियल महाविद्यालय को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 01:22 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 01:22 AM (IST)
रजिस्ट्रेशन फ्रीज, पीके रॉय को एफआइआर कराने का आदेश
रजिस्ट्रेशन फ्रीज, पीके रॉय को एफआइआर कराने का आदेश

जागरण संवाददाता, धनबाद : अमृत कुमार नामक युवक की ओर से छात्रों से पैसे लेकर रजिस्ट्रेशन कराने और स्लिप मुहैया कराने के मामले में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने पीके रॉय मेमोरियल महाविद्यालय को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है। इसके तहत उक्त युवक पर छात्र-छात्राओं को बरगलाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही गई है। वहीं यह मामला सामने आने के बाद ही विश्वविद्यालय ने रजिस्ट्रेशन कार्य पर रोक लगा दी है। पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने की भी बात कही जा रही है।

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कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह दो छात्र संगठनों के आपसी विवाद का मामला है। उन्होंने कहा कि एक कॉमन वाट्सएप ग्रुप पर रजिस्ट्रेशन के लिए पैसा लेने का मैसेज और ऑडियो वायरल हुआ है। इसी को आधार बनाते हुए एक छात्र संगठन ने इसकी शिकायत पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज प्राचार्य से की है। इस संबंध में विश्वविद्यालय नामांकन सेल से भी रिपोर्ट की मांगी गई है। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन का कार्य ऑनलाइन होता है और इसका पासवर्ड प्रतिदिन बदलता रहता है। ऐसे में कोई भी शिक्षक या छात्र इसमें सेंधमारी कर किसी का ना तो रजिस्ट्रेशन कर सकता है और ना ही उसका स्लिप निकाल कर दे सकता है।

11 दिनों का चेक किया गया रिकार्ड : मामला सामने आने के बाद से विश्वविद्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रजिस्ट्रेशन से संबंधित बीते 11 दिनों का रिकार्ड चेक कराया है। इस जांच में किसी भी प्रकार से ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में छेड़खानी अथवा रिकार्ड से छेड़छाड़ करने की बात सामने नहीं आई है। कुलपति डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि किसी ने छात्रों को ठगने के लिए यह हरकत की है। उन्होंने कहा कि दो छात्र संगठनों के आपसी विवाद का यह परिणाम है। कुछ छात्र नेताओं ने छात्र-छात्राओं को बरगला कर कमाने का धंधा बनाना चाहते थे।


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