पहले सहरसा तक विस्तार की योजना बेपटरी; अब गोड्डा पहुंचने को नहीं मिल रहा रांची-भागलपुर एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल
रेलवे की प्लानिंग भी गजब की है। पहले प्लानिंग बनती है ट्रेन के रूट बदलने की। फिर उसका टाइम टेबल भी जारी हो जाता है। मगर ऐन वक्त पर पूरी प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है और प्लान फाइलों में कैद।
जागरण संवाददाता, धनबाद: रेलवे की प्लानिंग भी गजब की है। पहले प्लानिंग बनती है ट्रेन के रूट बदलने की। फिर उसका टाइम टेबल भी जारी हो जाता है। मगर ऐन वक्त पर पूरी प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है और प्लान फाइलों में कैद। अब रांची से भागलपुर जानेवाली ट्रेन का ही हाल देखिए। कोरोना काल से पहले रेलवे ने इस ट्रेन को रांची से भागलपुर होकर उत्तर बिहार के सहरसा तक चलाने की योजना बनाई। दोनों ओर से टाइम टेबल भी बन गया। फिर एकाएक योजना बंद हो गई। अब बारी आई झारखंड के गोड्डा तक विस्तार की। रेलवे ने पिछले साल अगस्त में देशभर की 62 ट्रेनों को एक्सटेंशन दिया। इनमें रांची से भागलपुर तक जानेवाली ट्रेन भी शामिल थी। नोटिफिकेशन भी जारी हो गया। अब एक साल होने को है। गोड्डा तक चलना तो दूर रांची से भागलपुर तक चलाने की ही अनुमति अब तक नहीं मिली है।
ऐसे रांची से भागलपुर होकर गोड्डा तक जाएगी ट्रेन
रांची से भागलपुर तक मौजूदा रूट से ही चलेगी। इसके बाद भागलपुर से बाराहाट, मंदारहिल, हंसडीहा, पोड़ैयाहाट और गोड्डा।
हमसफर के चलते ही बढ़ गई थी उम्मीद
गोड्डा से नई दिल्ली के बीच हमसफर एक्सप्रेस के चलने के साथ ही गोड्डा और आसपास के यात्रियों की उम्मीद बढ़ गई थी। सोचा था गोड्डा से देवघर, जामताड़ा, धनबाद, बोकारो और रांची के लिए बार-बार बस बदलना नहीं होगा। गोड्डा समेत पूरे संताल के यात्रियों को सीधी ट्रेन मिल जाएगी। पर पिछले साल 22 मार्च से बंद हुई रांची-भागलपुर के चलने को लेकर रेलवे के पास कोई जवाब नहीं है।
वर्जन
" रांची-भागलपुर एक्सप्रेस के गोड्डा एक्सप्रेस को लेकर अब तक रेलवे बोर्ड से कोई गाइडलाइन नहीं मिला है। फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।"
एकलव्य चक्रवर्ती, सीपीआरओ, पूर्व रेलवे