सकलदेव हत्याकांड में बरी हुए बाहुबली रामधीर, फिर भी खाते रहेंगे जेल की हवा
बहुचर्चित सकलदेव सिंह हत्याकांड में जनता मजदूर संघ के महामंत्री बाहुबली रामधीर को अदालत से रिहाई मिली है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : बहुचर्चित सकलदेव सिंह हत्याकांड में जनता मजदूर संघ के महामंत्री बाहुबली रामधीर सिंह को रिहाई मिली है। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश रिजवान अहमद की अदालत ने शनिवार को संदेह का लाभ देते हुए रिहाई का फैसला सुनाया। यह फैसला सुनने के लिए बेताब रामाधीर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रांची जेल से जुड़े थे। हालांकि सकलदेव हत्याकांड में रिहाई के बाद भी रामधीर जेल में ही रहेंगे। उन्हें पहले ही सकलदेव सिंह के भाई विनोद सिंह की हत्या में उम्र कैद की सजा हो चुकी है। फिलवक्त रांची जेल में सजा काट रहे हैं।
दिन दहाड़े हुई थी हत्या : धनबाद के बहुचर्चित बाहुबली मजदूर नेताओं में एक सकलदेव सिंह की हत्या 25 जनवरी 1999 को हीरक रोड में गोली मार कर दी गई थी। वह सिजुआ स्थित अपने आवास से कांग्रेस नेता नौरंगदेव सिंह के श्राद्ध कर्म में भाग लेने के लिए धनबाद आ रहे थे। भूली टाउनशिप के पास उनके वाहन पर गोलियों की बौछार कर दी गई। सेंट्रल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सकलदेव के भाई दून बहादुर सिंह के बयान पर कतरास थाना में पूर्व मंत्री बच्चा सिंह, रामाधीर सिंह, राजीव रंजन सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कौन हैं रामधीर सिंह : अंडरवर्ल्ड में रामधीर सिंह की बाहुबली के रूप में पहचान है। वह धनबाद के साथ ही उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की राजनीति में अच्छा-खासा प्रभाव रखते हैं। धनबाद के बहुचर्चित सूरजदेव सिंह के छोटे भाई हैं। उनका भतीजा संजीव झरिया से भाजपा विधायक है। वह खुद बलिया जिला परिषद का चेयरमैन रह चुके हैं। उनकी पत्नी ईंदु देवी धनबाद की मेयर रह चुकी हैं।