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हैदराबाद घटना के बाद रेलवे का बड़ा फैसला, अब नाइट शिफ्ट में तैनात नहीं की जाएंगी महिलाएं Dhanbad News

अब महिला रेलकर्मी रात की पाली में काम नहीं करेंगी। रात दस से सुबह छह वाली शिफ्ट में महिलाओं को ड्यूटी देने पर रोक लगा दी गई है।

By Edited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 02:02 AM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 01:46 PM (IST)
हैदराबाद घटना के बाद रेलवे का बड़ा फैसला, अब नाइट शिफ्ट में तैनात नहीं की जाएंगी महिलाएं Dhanbad News
हैदराबाद घटना के बाद रेलवे का बड़ा फैसला, अब नाइट शिफ्ट में तैनात नहीं की जाएंगी महिलाएं Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। हैदराबाद समेत देश के अलग-अलग शहरों में महिला उत्पीड़न की बढ़ी घटनाओं के मद्देनजर रेलवे ने अपने महिला कर्मचारियों की नाइट शिफ्ट ड्यूटी में बदलाव का निर्णय लिया है।

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ताजा निर्णय के मुताबिक, अब महिला रेलकर्मी रात की पाली में काम नहीं करेंगी। रात दस से सुबह छह वाली शिफ्ट में महिलाओं को ड्यूटी देने पर रोक लगा दी गई है। पूर्व रेलवे के मुख्य कार्मिक अधिकारी की ओर से जारी निर्देश के बाद आसनसोल रेल मंडल ने इस संबंध में सभी विभागों को पत्र जारी कर दिया है।

सिर्फ नर्स को मिलेगी नाइट शिफ्ट की अनुमति : रेलवे से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि रेलवे हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स और सहायिका को नाइट शिफ्ट में काम करने की अनुमति मिलेगी।

डीआरएम से सीधी बात के दौरान महिला कर्मचारियों ने सुरक्षा पर उठाए थे सवाल धनबाद : धनबाद रेल मंडल में काम करने वाली महिलाओं के लिए इस नई व्यवस्था को लागू नहीं किया गया है। हालांकि यूनियन की महिला विंग इस मुद्दे को अगले हफ्ते होनेवाली पीएनएम (स्थायी वार्ता तंत्र) की बैठक में जोर-शोर उठाने की तैयारी कर रही हैं। डीआरएम के साथ पिछले साल महिला रेलकर्मियों की सीधी बात में सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे। महिला कर्मचारियों ने समूह में काम कराने के साथ-साथ रेलवे हॉस्पिटल में सुरक्षा बंदोबस्त का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। बताया गया था कि हॉस्पिटल में महिलाएं अकेले ड्यूटी करती हैं। कोई घटना होने पर रेलकर्मी के परिजन हंगामा करते हैं, जिससे उन्हें डर के माहौल में रहना पड़ता है। बावजूद अब तक सुरक्षा को लेकर कोई उपाय नहीं तलाशे गये हैं। अलग-अलग विभागों से एक हजार से ज्यादा कर रहीं काम धनबाद मंडल के अलग-अलग विभागों में एक हजार से ज्यादा महिला कर्मचारी काम कर रही हैं। इनमें बुकिंग क्लर्क से लेकर गैंगमैन सरीखे पदों पर महिलाएं हैं।

पूर्व रेलवे ने जो व्यवस्था बहाल की है उसे पूर्व मध्य रेल में भी लागू करना होगा। जल्द ही महिला कर्मचारियों के साथ इस मामले में बैठक की जाएगी। डीआरएम के साथ होनेवाली पीएनएम की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।

-मीना कुंडू, जोनल अध्यक्ष ईसीआरकेयू महिला विंग


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