IRCTC: बड़े काम के हैं रेलवे के कोड...कोच की सफाई चाहिए तो सी, पानी खत्म तो डब्ल्यू
रेलवे ने आपात मदद के लिए 139 हेल्पलाइन नंबर दिया है। इस नंबर पर आपात मदद के साथ-साथ सफर के दौरान होनेवाली समस्याओं के समाधान के लिए भी काल कर सकते हैं। काल रिसिव होने पर ट्रेन जिस रेल मंडल के गुजर रही हो मदद मिल जाती है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : रेलवे ने आपात मदद के लिए 139 हेल्पलाइन नंबर दिया है। इस नंबर पर आपात मदद के साथ-साथ सफर के दौरान होनेवाली समस्याओं के समाधान के लिए भी काल कर सकते हैं। काल रिसिव होने पर ट्रेन जिस रेल मंडल के गुजर रही हो वहां नजदीकी स्टेशन पर मदद मिल जाती है। पर कई बार ऐसा भी होता है कि बार-बार कोशिश के बाद भी हेल्पलाइन नंबर से यात्री कनेक्ट नहीं हो पाते हैं। इसकी वजह हो सकती है। एक तो जिस क्षेत्र से ट्रेन गुजर रही है, वहां मोबाइल नेटवर्क की समस्या हो सकती है। दूसरा यह भी लाखों यात्रियों के इस्तेमाल के कारण भी काल कनेक्ट होने में समस्या आ सकती है। इसके विकल्प के तौर पर आप रेलवे की दूसरी सेवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यात्रा के दाैरान कोच में गंदगी दिखने पर उसकी सफाई, रनिंग ट्रेन में अक्सर पानी खत्म हो जाने की समस्या हो जाती है, इसके समाधान के लिए और ट्रेन में बिजली आपूर्ति बंद रहने या एसी के ठीक से काम करने या ज्यादा कुलिंग होने से जुड़ी शिकायत एसएमएस के जरिए भी कर सकते हैं। पूर्व मध्य रेल ने यात्रियों की सुविधा के लिए विस्तृत जानकारी शेयर की है। इस सुविधा के लिए यात्रियों को अपना पीएनआर नंबर लिखकर रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 58888 या 9200003232 पर एसएमएस करना होगा। यात्रियों को यह भी बताना होगा कि उन्हें रेलवे की कौन सी चाहिए और इसके लिए पीएनआर लिखकर स्पेस देकर सेवा से जुड़ा कोड भी लिखना होगा।
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रेलवे की सेवाओं के लिए उपलब्ध कोड
- कोच की सफाई के लिए - सी
- कोच में पानी की उपलब्धता के लिए - डब्ल्यू
- कोच में पेस्ट कंट्रोल यानी कीडे़े-मकोड़े दिखने पर - पी
- बिजली या एसी से जुड़ी समस्या के लिए - ई
- सामान्य यांत्रिक असुविधा के लिए - आर
इस सेवा का भी कर सकते हैं उपयोग
स्मार्ट फोन वाले यात्री अगर चाहें तो www.Cleanmycoach.com पर जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। दूसरा विकल्प कोच मित्र एप है जिसे प्ले स्टोर से आसानी से इंस्टाल कर सकते हैं। इस एप से भी यात्री की शिकायत दर्ज हो जाएगी। रेलवे तक शिकायत पहुंचते ही रनिंग ट्रेन के आन बोर्ड सफाई कर्मचारी को इससे जुड़ा संदेश मिल जाता है। रनिंग ट्रेन में सुविधा न हो तो अगले नजदीकी स्टेशन पर समस्या के समाधान की व्यवस्था कर दी जाती है।