Move to Jagran APP

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस के विरोध में रेलकर्मी मना रहे काला दिवस Dhanbad News

लखनऊ से दिल्‍ली के बीच देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस को यूपी के सीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके विरोध में देश भर के रेल कर्मी शुक्रवार को काला दिवस मना रहे हैं।

By Sagar SinghEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 02:28 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 02:30 PM (IST)
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस के विरोध में रेलकर्मी मना रहे काला दिवस Dhanbad News
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस के विरोध में रेलकर्मी मना रहे काला दिवस Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। भारतीय रेल के पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस के खिलाफ शुक्रवार को देशभर के रेल कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारियों ने धनबाद रेलवे स्टेशन पर काला दिवस मनाया। इस दौरान रेल प्रशासन व रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

loksabha election banner

एसोसिएशन के प्रतिनिधियों का कहना है कि ट्रेन को निजी हाथों में सौंप कर रेलवे निजीकरण को बढ़ावा दे रही है। इससे आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में कर्मचारी प्रभावित होंगे। एसोसिएशन को डर है कि रलवे में तेजी से हो रहे निजीकरण से यह पूरी तरह प्राइवेट हाथों द्वारा संचालित होने लगेगा, जिससे अन्य ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होगा।

यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

बता दें कि शुक्रवार सुबह नौ बजकर 55 मिनट पर लखनऊ से दिल्‍ली के बीच देश की पहली तेजस ट्रेन को यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही इसके लिए आईआरसीटीसी बधाई दी। दिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस देश की पहली प्राइवेट ट्रेन है। इसी तर्ज पर दूसरी तेजस अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलाई जाएगी। हालांकि अभी इसके तारीख का एलान नहीं किया गया है।

फीडबैक के आधार पर नई प्राइवेट ट्रेनें चलाने का होगा फैसला

रेलवे ने प्राइवेट ट्रेन चलाने के लिए 50 रूट की पहचान की है। देश पहली प्राइवेट ट्रेन चलाने की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को दी गई है जो रेलवे की सहायक कंपनी है। बताया जा रहा है कि रेलवे पहली ट्रेन के ऑपरेशन से मिले फीडबैक के आधार पर नई प्राइवेट ट्रेनें चलाने के बारे में फैसला लेगा।

विलंब होने पर मिलेगा मुआवजा

तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेन के विलंब होने पर मुआवजा मिलेगा। आईआरसीटीसी ने बाताया है कि एक घंटे से अधिक विलंब होने पर 100 रुपये, जबकि दो घंटे से अधिक की देरी होने पर 250 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त यात्रियों को 25 लाख रुपये का नि:शुल्क बीमा भी दिया जाएगा। साथ ही यात्रा के दौरान लूटपाट या सामान चोरी होने की स्थिति के लिए भी एक लाख रुपए के मुआवजा की व्यवस्था है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.