Dhanbad-Tatanagar के बीच बिना बाधा के चलेंगी ट्रेनें, तैयारियों का जायजा लेंगे ईसीआर महाप्रबंधक
सिंदरी में खाद कारखाना खुलने के साथ ही यात्रियों की आवाजाही बढ़ेगी। इसके मद्देनजर सिंदरी रेलवे स्टेशन को भी नए रूप में विकसित करने की योजना है। रेल जीएम के सिंदरी रेलवे स्टेशन का दौरा भी संभावित है।
धनबाद, जेएनएन। पाथरडीह में रेलवे यार्ड को नये रूप में विकसित किया जा रहा है। अंग्रेजों के जमाने के मैन्युअल सिग्नल प्रणाली हटाकर आधुनिक पैनल इंटरलॉकिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। इसके लिए रिले रूम भी तैयार किए जा रहे हैं। काम पूरा होते ही धनबाद से प्रधानखंता होकर टाटानगर और आद्रा जानेवाली ट्रेनें बिना रुके ही चल सकेंगी। रेलवे ने इसके लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अब तक की प्रगति का जायजा लेने 17 फरवरी को पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी धनबाद आ रहे हैं। डीआरएम आशीष बंसल समेत अन्य अधिकारियों के साथ पाथरडीह जाएंगे।
इसलिए हो रही तैयारी
सिंदरी में खाद कारखाना खुलने के साथ ही यात्रियों की आवाजाही बढ़ेगी। इसके मद्देनजर सिंदरी रेलवे स्टेशन को भी नए रूप में विकसित करने की योजना है। रेल जीएम के सिंदरी रेलवे स्टेशन का दौरा भी संभावित है। इसके साथ ही धनबाद रेलवे स्टेशन पर चल रही यात्री सुविधाओं के कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। धनबाद कोचिंग डिपो भी जाएंगे। जीएम के स्वगत के लिए डिपो में खास तैयारियां की जा रही हैं।
पाथरडीह में क्या होगा बदलाव
पाथरडीह होकर धनबाद से टाटा जानेवाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस चलती है। धनबाद-विष्णुपुर मेमू भी इसी रूट से आती-जाती है। अभी पुरानी सिग्नल प्रणाली और पुराने यार्ड की वजह से ट्रेनों का इंजन बदलना पड़ता है। नई व्यवस्था के बाद बिना इंजन बदले ही दोनों ओर की ट्रेनें चल सकेंगी। कुछ और ट्रेनों को चलाने की संभावना भी तलाशी जा सकेगी। मालगाडि़यों का परिचालन भी बेहतर होगा जिससे रेलवे की आय में इजाफा होगा।