लिंक लाइन ने तोड़ा चंद्रपुरा-कतरास का लिंक, तीसरी लाइन पर दौड़ेगी रेल
कतरास से निचितपुर के बीच लिंक लाइन के लिए रेलवे ने ट्रैक बिछाने सहित कई बदलाव किए हैं। लिंक लाइन के कारण कतरास से चंद्रपुरा का लिंक खत्म हो गया है।
By Edited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 11:34 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 05:24 PM (IST)
धनबाद, जेएनएन। धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन का चीफ कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी लखनऊ और डीजीएमएस के महानिदेशक 23 को निरीक्षण करेंगे। रेलवे के आग्रह पर निरीक्षण की तारीख मुकर्रर हो गई है। सीसीआरएस के निरीक्षण की रिपोर्ट सकारात्मक रही तो रेल सेवा शुरू हो जाएगी। हालांकि इससे पहले रेलवे को कतरास स्टेशन पर कई बदलाव करने होंगे।
कतरास से निचितपुर के बीच लिंक लाइन के लिए रेलवे ने ट्रैक बिछाने सहित कई बदलाव किए हैं। लिंक लाइन के कारण कतरास से चंद्रपुरा का लिंक खत्म हो गया है। यानी कतरास से चंद्रपुरा तक रेल परिचालन नहीं हो सकता है। इसके लिए फिर से ट्रैक तैयार करना होगा। रेलवे ने कतरास स्टेशन की तीसरी लाइन को इसका विकल्प चुना है। हालांकि तीन नंबर लाइन अभी यात्री ट्रेनों के लिए फिट नहीं है। सीसीआरएस निरीक्षण के दौरान अगर सबकुछ सकारात्मक रहा तो उस लाइन को कोचिंग फिट बनाने के लिए अनुमति ली जाएगी। निरीक्षण से पहले ट्रैक होगा दुरुस्त, आ रही पैकिंग मशीनें 34 किमी लंबी रेललाइन पर कुसुंडा से तेंतुला तक कई ऐसी जगह हैं जहां रेलवे ट्रैक दब गई है। 23 को होनेवाले निरीक्षण से पहले उन्हें दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए पैकिंग और अन्य मशीनें लाई जा रही हैं।
कतरास से निचितपुर के बीच लिंक लाइन के लिए रेलवे ने ट्रैक बिछाने सहित कई बदलाव किए हैं। लिंक लाइन के कारण कतरास से चंद्रपुरा का लिंक खत्म हो गया है। यानी कतरास से चंद्रपुरा तक रेल परिचालन नहीं हो सकता है। इसके लिए फिर से ट्रैक तैयार करना होगा। रेलवे ने कतरास स्टेशन की तीसरी लाइन को इसका विकल्प चुना है। हालांकि तीन नंबर लाइन अभी यात्री ट्रेनों के लिए फिट नहीं है। सीसीआरएस निरीक्षण के दौरान अगर सबकुछ सकारात्मक रहा तो उस लाइन को कोचिंग फिट बनाने के लिए अनुमति ली जाएगी। निरीक्षण से पहले ट्रैक होगा दुरुस्त, आ रही पैकिंग मशीनें 34 किमी लंबी रेललाइन पर कुसुंडा से तेंतुला तक कई ऐसी जगह हैं जहां रेलवे ट्रैक दब गई है। 23 को होनेवाले निरीक्षण से पहले उन्हें दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए पैकिंग और अन्य मशीनें लाई जा रही हैं।
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