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उमाशंकर सिंह के तबादले के साथ ही Gaya Rail Bridge चाैड़ीकरण प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में, अब धनबाद के नए डीसी के रूख पर निर्भर

गया पुल के चौड़ीकरण की मांग तकरीबन ढाई तीन दशक से चल रही है। इसे लेकर कई बार जिला प्रशासन और सांसद - विधायक के साथ बैठक हो चुकी है। हर बार बैठक में चौड़ीकरण की प्लानिंग बनी पर उसे धरातल में नहीं उतारा जा सका।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 08 Jul 2021 07:56 AM (IST)Updated: Thu, 08 Jul 2021 07:56 AM (IST)
उमाशंकर सिंह के तबादले के साथ ही Gaya Rail Bridge चाैड़ीकरण प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में, अब धनबाद के नए डीसी के रूख पर निर्भर
धनबाद के गया पुल में जाम का एक नजारा ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। रांगाटांड़ गया पुल के चौड़ीकरण के लिए अभी और इंतजार करना होगा। पुल के चौड़ीकरण के लिए राइट्स की टीम फीजिबिलिटी सर्वे करेगी, जिसकी तिथि अभी तय नहीं है। उस सर्वे के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार होगी। रिपोर्ट में सब कुछ सकारात्मक रहा तभी चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल इस बारे में रेलवे अधिकारी भी कुछ कहने के मूड में नहीं है और पूर्व उपायुक्त के तबादले के साथ ही एक बार फिर चौड़ीकरण का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। 

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ढाई दशक से गतिरोध

गया पुल के चौड़ीकरण की मांग तकरीबन ढाई तीन दशक से चल रही है। इसे लेकर कई बार जिला प्रशासन और सांसद - विधायक के साथ बैठक हो चुकी है। हर बार बैठक में चौड़ीकरण की प्लानिंग बनी पर उसे धरातल में नहीं उतारा जा सका। तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने जनप्रतिनिधि और रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक कर गया पुल के चौड़ीकरण का विकल्प तलाशने का निर्देश दिया था। इसी बीच पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता का तबादला हो गया। रेलवे के साथ समन्वय बनाकर चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू कराने की जिम्मेदारी उन्हें ही सौंपी गई थी। उनके तबादले के साथ ही सारी प्रक्रियाएं थम गई। पिछले महीने फिर गया पुल के चौड़ीकरण को लेकर बैठक हुई। बैठक में पथ निर्माण विभाग, रेलवे, नगर निगम समेत अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए थे। रेलवे से जल्द एनओसी लेकर काम शुरू कराने की जिम्मेदारी पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को सौंपी गई। अभी इसकी प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई थी कि उपायुक्त का ही तबादला हो गया। उनके तबादले से अब एक बार फिर मामला ठंडे बस्ते में जाने की संभावना बढ़ गई है। 

पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर पूर्व मेयर तक उठा चुके हैं मुद्दा

गया पुल के चौड़ीकरण का मुद्दा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी उठा चुके हैं। कोरोना कल से पहले जब इसके चौड़ीकरण को लेकर बैठक शुरू हुई थी। उस दौरान बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया था। उन्होंने गया पुल के चौड़ीकरण को लेकर काम शुरू कराने का आग्रह भी किया था। पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल भी गया पुल के चौड़ीकरण को लेकर प्रयासरत रहे। उनके साथ भी जिला प्रशासन कि कई बार बैठक हुई पर नतीजा शून्य ही रहा। अब नए उपायुक्त पर टिकी निगाहें 

अब नए उपायुक्त से उम्मीद

धनबाद के नए उपायुक्त संदीप कुमार ने मंगलवार को ही पदभार ले लिया है। अब नए उपायुक्त पर ही शहर के लोगों की उम्मीद भरी निगाहें हैं। अब तक रांगाटांड़ गया पुल के चौड़ीकरण को लेकर सिर्फ बैठकें ही हुई हैं। कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। नए उपायुक्त के लिए गया पुय का चौड़ीकरण भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा।


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