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उधार की बिजली से रोशन सरकारी विभाग, तड़प रही जनता

नीरज दूबे, धनबाद : महीनों से उधार की बिजली जला रहा है धनबाद का सरकारी तंत्र। जिले में अधिकांश सर

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 06:12 AM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 06:12 AM (IST)
उधार की बिजली से रोशन सरकारी विभाग, तड़प रही जनता
उधार की बिजली से रोशन सरकारी विभाग, तड़प रही जनता

नीरज दूबे, धनबाद : महीनों से उधार की बिजली जला रहा है धनबाद का सरकारी तंत्र। जिले में अधिकांश सरकारी दफ्तरों में करोड़ों रुपये बिजली बिल बकाया है, पर जेबीवीएनएल उन सरकारी दफ्तरों से बकाया बिल नहीं वसूल रहा है। धनबाद समेत राज्य भर में जेबीवीएनएल का तकरीबन पांच हजार करोड़ से अधिक रकम विभिन्न सरकारी दफ्तरों पर बकाया है।

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धनबाद जिले में ही विभिन्न सरकारी कार्यालयों पर तकरीबन दो सौ करोड़ रुपये बकाया है। सूत्रों के अनुसार माडा का तकरीबन सौ करोड़ से अधिक का बिल बाकी है। शहर में जेल, सरकारी पॉलिटेक्निक, पुलिस लाइन, श्रम आयुक्त कार्यालय, जिला उद्योग, आयकर विभाग, पीडब्ल्यू कार्यालय, एसटीओ कोर्ट, नगर आयुक्त कार्यालय, टाउन हॉल, जिला जनसंपर्क विभाग समेत दर्जनों सरकारी कार्यालयों का बिजली बिल बकाया है, पर जेबीवीएनएल वसूल नहीं कर पा रहा है। जबकि डीवीसी हर दिन बिजली कटौती कर जनता को परेशान कर रहा है।

बिजली विभाग अगर चाहे तो विभिन्न सरकारी कार्यालयों का बकाया बिजली बिल वसूल कर ही समस्या का समाधान कर सकती है, पर इस और कोई ध्यान नहीं है। डीवीसी कोयला खरीदारी के लिए पैसा नहीं रहने का बहाना बनाकर जेबीवीएनएल से अपना बकाया लगभग 33 सौ करोड़ मांग रहा है, पर जेबीवीएनएल पैसे का रोना रो रहा है। एक बार जेबीवीएनएल ने 750 करोड़ का चेक डीवीसी को दिया भी था, पर बाउंस हो गया। हालांकि बाद में 350 करोड़ रुपये का चेक दिया गया, पर डीवीसी उतने पैसा से संतुष्ट नहीं है।

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शहरी इलाके के सरकारी कार्यालयों में सवा दो करोड़ बकाया

- पुलिस लाइन - 94 लाख 12 हजार 305 रुपये

- जिला जेल - 14 लाख 34 हजार 33 रुपये

- पॉलिटेक्निक - 16 लाख 46 हजार 200

- चिकित्सा पदाधिकारी - 01 लाख 36 हजार 547

- जिला पशुपालन विभाग- 01 लाख 3 हजार 43 रुपये

- श्रम आयुक्त कार्यालय - पांच लाख 59 हजार 240 रुपये

- उत्पाद विभाग - 5 लाख 52 हजार 207 रुपये

- इनडोर स्टेडियम - 5 लाख 97 हजार 250 रुपये

- जिला कल्याण पदाधिकारी - 8 लाख 94 हजार 33 रुपये

- पीडब्ल्यूडी कार्यालयपालक अभियंता - 98 हजार 481 रुपये

- जिला उद्योग विभाग दो लाख 70 हजार 422

- आयकर संयुक्त आयुक्त - दो लाख 91 रुपये

- पॉलिटेक्निक प्राचार्य कार्यालय - 93 हजार 551

- पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता 50 हजार 72 रुपये

- किसान भवन - 60 हजार 150

- नगर आयुक्त कार्यालय - 62 हजार 779

- जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी कार्यालय - 51 हजार 796

- ईएलइसी विभाग - 50 हजार 652 रुपये

- हस्तशिल्प विभाग - 65 हजार 340 रुपये

- पीडब्लूडी कार्यालय - 70 हजार 427 रुपये

- एसडीओ न्यायालय - 70 हजार 465 रुपये

- नगर आयुक्त - 70 हजार 820 रुपये

- चिकित्सा पदाधिकारी - 1 लाख 36 हजार 547

- पीडब्लूडी बिल्डिंग डिविजन -1 लाख 38 हजार 877

- आइटीआइ प्राचार्य कार्यालय 1 लाख 57 हजार 221

रुपये

- टाउन हॉल - 1 लाख 68 हजार 104 रुपये

- जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कार्यालय - 1 लाख 99 हजार 903

- पर्यटन भवन - 2 लाख 54 हजार 516

- सीपीडब्ल्यूडी कार्यपालक अभियंता कार्यालय - 03 लाख 50 हजार 584

- बीडीओ कार्यालय - 3 लाख 99 हजार 244

- मेधा डेयरी - 4 लाख 93 हजार 757

- श्रेत्रीय श्रम आयुक्त - 5 लाख 18 हजार 433 रुपये

- पीडब्ल्यूडी कार्यपालक अभियंता - 5 लाख 28 हजार 206 रुपये

- जिला कल्याण पदाधिकारी कार्यालय - 5 लाख 48 हजार 405 रुपये

- पीडब्लूडी सहायक अभियंता कार्यालय 01 लाख 25 हजार 851

नोट : इसके अलावा कई अन्य विभाग के लाखों रुपये बकाया है।

------------------ पूरे शहर में रहा ब्लैक आउट

जागरण संवाददाता, धनबाद : पिछले डेढ़ माह से जारी बिजली संकट सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी है। हर दिन डीवीसी लोड शेडिंग के नाम पर आठ से दस घंटे बिजली काट रहा है। रविवार को तो डीवीसी ने हद ही पार कर दिया। सबसे पहले दिन में 11:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक गणेशपुर वन टू फीडर की लाइन काट दिया। इसके बाद दोपहर एक बजे से शाम तीन बजे तक गोधर वन तथा गोधर टू के अलावा पाथरडीह लाइन भी दो घंटे के लिए बंद कर दिया। शाम चार बजे से 6 बजे तक फिर दोबारा गणेशपुर वन तथा गणेशपुर टू लाइन बंद किया। इसके बाद भी डीवीसी को संतोष नहीं हुआ और इसके और 6:50 से 950 तक लोड शेडिंग के नाम पर गोधर वन टू तथा पाथरडीह फीडर को लोड शेडिंग कर दिया है। तीनों फीडरों की लाइन एक साथ कटने से पूरे शहर में ब्लैक आउट का नजारा है।

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आज कई इलाकों में फिर नहीं रहेगी बिजली

जासं : सोमवार की तरह मंगलवार को भी पूरे शहर में बिजली संकट रहेगा। बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मरम्मत कार्य के लिए मंगलवार को डीवीसी 33 केवी लाइन गोधर वन, टू तथा गणेशपुर फीडर की दोनों लाइनें बंद करेगी। इस दौरान दिन में 10:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक पूरे शहर में बिजली नहीं रहेगी। प्रभावित इलाकों में बैंक मोड़, गोधर, वासेपुर, नया बाजार, करकेंद, केंदुआ, भिस्तीपाड़ा, पोलिटेक्निक, जयप्रकाशनगर, कोर्ट परिसर, मनोरम नगर, एलसी रोड, पार्क मार्केट, हटिया, दामोदरपुर, जेसी मल्लिक, हाउसिंग कॉलोनी, हीरापुर, रेलवे कॉलोनी, डीजीएमएस कॉलोनी, पुलिस लाइन, ऑफिसर्स कॉलोनी, जलान अस्पताल आदि में मंगलवार को लोगों को फिर बिजली रुलाएगी।


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