गोल पहाड़ी पत्थर खदान में मजदूरों की छंटनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज, क्रशर संचालकों के साथ नहीं हो सकी बैठक Dhanbad News
गोविंदपुर स्थित गोल पहाड़ी पत्थर खदान में मजदूरों की छंटनी को लेकर विरोध जारी है। इसके कारण उत्पादन ठप है। मजदूर मशीनीकरण का विरोध करते हुए काम पर रखने की मांग पर अडिग हैं।
धनबाद, जेएनएन। जिले के गोविंदपुर स्थित गोल पहाड़ी पत्थर खदान में मजदूरों की छंटनी को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसके कारण रविवार को भी उत्पादन ठप रहा। किसी भी खदान में पत्थर उत्खनन नहीं हुआ। ग्रामीण मशीनीकरण का विरोध करते हुए छटनी से पीड़ित लोगों को फिर से काम पर रखने की मांग पर अडिग हैं।
उनका कहना है कि गोल पहाड़ी उनके गांव में है। राजस्व के लिए सरकार इस पहाड़ी का अस्तित्व ही समाप्त करना चाहत रही है। गोल पहाड़ी उनके गांव की धरोहर है। उत्खनन के कारण पहाड़ी आधा समाप्त हो चुका है। जिस तरह अत्याधुनिक मशीनों से इस पहाड़ी से पत्थर खुदाई हो रही है। उससे यह तय है कि आगामी पांच वर्षों में इसका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि पत्थर खनन के लिए भयानक विस्फोट होता है। इससे लोग प्रभावित हो रहे हैं। आखिर रोजी रोटी के लिए वे कहां जाएंगे। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि खनन अधिनियम एवं विस्फोट के प्रावधानों से हटकर यह काम किया जा रहा है। परंतु वे इसका विरोध नहीं कर रहे। वे केवल रोजी रोटी की मांग कर रहे हैं।
इधर, मजदूरों, खदान तथा क्रशर संचालकों के बीच रविवार को होने वाली बैठक नहीं हो पाई। खदान संचालक गोविंदपुर थाना या रंगडीह में बैठक कराना चाहते हैं। परंतु ग्रामीण खदान के आसपास ही बैठक करना चाह रहे हैं। इसी मुद्दे पर रविवार को बैठक टल गई। इसपर झामुमो नेता एजाज अहमद ने कहा कि खदान संचालक सरकार को भारी राजस्व दे रहे हैं। इसलिए खदानों का संचालन जल्द से जल्द चालू होना चाहिए। साथ ही ग्रामीणों की मांगें भी पूरी होनी चाहिए।