रेलवे ट्रैक के पहरेदारों की जान बचाएगा रक्षक
ट्रेनों को सुरक्षित चलाने के लिए 24 घंटे पटरी पर काम करने वाले गैंग मैन और ट्रैक मेंटेनर की यात्री ट्रेन या मालगाड़ी की चपेट में आकर जान नहीं जाएगी। इसके लिए धनबाद से गया तक के बीच खतरनाक और घुमावदार रेलखंडों पर गैंग वार्निग सिस्टम रक्षक लगाया या है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : ट्रेनों को सुरक्षित चलाने के लिए 24 घंटे पटरी पर काम करने वाले गैंग मैन और ट्रैक मेंटेनर की यात्री ट्रेन या मालगाड़ी की चपेट में आकर जान नहीं जाएगी। इसके लिए धनबाद से गया तक के बीच खतरनाक और घुमावदार रेलखंडों पर गैंग वार्निग सिस्टम रक्षक लगाया या है। इसकी मदद से ट्रैक पर काम करने वाले कर्मचारियों को ट्रेन आने की सूचना पहले ही मिल जाएगी। काम के दौरान होनेवाली दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। यह बातें डीआरएम आशीष बंसल ने कही। वह रेलवे स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोहरे के दौरान सुरक्षित परिचालन के लिए धनबाद रेल मंडल ने सभी अपनी सभी यात्री ट्रेन और मालगाड़ियों में फॉग सेफ डिवाइस लगा दिया है। सिग्नलिग की पुरानी व्यवस्था बदल कर 11 और स्टेशनों पर नॉन इंटरलॉकिग किया गया है। छह स्टेशनों के यार्ड रिमॉडलिंग का काम भी पूरा कर लिया गया है। माल लदान के बारे में कहा कि 13 जनवरी तक सौ मिलीयन टन का लदान कर लिया गया है। इससे रेलवे को लगभग 10, 262 करोड़ की आमदनी हुई है। डीआरएम ने कहा कि धनबाद रेल मंडल के 254 कर्मचारी कोरोना से ग्रसित हुए जिनमें अपवादिक तौर पर कुछ को छोड़ अन्य सभी ने महामारी को मत दी। इससे पहले आरपीएफ के परेड का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। मौके पर एडीआरएम आशीष झा, सीनियर डीपीओ जेपी सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।